नई दिल्ली: मां कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं. मां का शरीर सोने की तरह चमकीला है. मां कात्यायनी चार हाथों वाली हैं जो कि सिंह पर सवार होती हैं. दो हाथों में वो खड्ग (लंबी तलवार) और फूल कमल धारण करती हैं. दूसरे हाथ अभयमुद्रा और वरदमुद्रा में हैं. लाल ड्रेस में लिपटी हैं मां कात्यायनी. वो लाल रंग और बृहस्पति ग्रह से जुड़ी हुई हैं.
ये है मां का कात्यायनी पसंदीदा रंग
मां कात्यायनी का पसंदीदा रंग लाल रंग है. मां के भोग की बात करें, तो इनको शहद बहुत प्रिय है. इस दिन भोग के रुप में मातारानी को शहद अर्पित किया जाता है. नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाने से आपकी आकर्षण शक्ति में वृद्धि होती है और वहीं मां आपको निरोगी काया का वरदान मिलता है.
ये है मां कात्यायनी का पसंदीदा फूल
मां कात्यायनी को लाल रंग के पुष्प खासकर गुलाब बहुत पसंद हैं, इसलिए उनकी पूजा करते समय उन्हें लाल गुलाब और लाल रंग के अन्य पुष्प जरूर अर्पित करें.
ये है मां कात्यायनी का पूजन करने की विधि
नवरात्रि के छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा करने के लिए सुबह स्नान के बाद लाल या पीले रंग का कपड़े धारण करें और गंगाजल से पूजास्थल को शुद्ध कर लें. इसके बाद गणेश जी और सभी देवी-देवताओं का आह्वान करे, फिर माता को प्रणाम कर उनका ध्यान करें. मां को फल-फूल, कच्ची हल्दी की गांठ, रोली, सिंदूर और शहद अर्पित करें. इसके बाद धूप-दीप जलाकर मां की आरती करें.
मां कात्यायनी को प्रसन्न करने का मंत्र
गुप्त नवरात्रि के छठे दिन 'ऊँ देवी कात्यायन्यै नमः' मंत्र का 108 बार जाप करने से जातक की हर मनोकामना पूर्ण होती है.
गुप्त नवरात्रि में मां कात्यायनी की पूजा से होते हैं ये लाभ
मां कात्यायनी की पूजा करने से कुंडली में बृहस्पति मजबूत होता है.
मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाने से सुंदर रूप की प्राप्ति होती है.
मां कात्यायनी की विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है.
शत्रुओं का भय समाप्त हो जाता है.
मां कात्यायनी की कृपा से स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाता है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.