Israel-Hamas वॉर इफेक्‍ट! US के मिलिट्री बेस पर ठहरीं ईरान की निगाहें, क्‍या बढ़ेगा जंग का दायरा?
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Israel-Hamas वॉर इफेक्‍ट! US के मिलिट्री बेस पर ठहरीं ईरान की निगाहें, क्‍या बढ़ेगा जंग का दायरा?

US Military Bases in the Middle East: रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा, 'वास्तव में, हम जो देख रहे हैं, पूरे क्षेत्र में हमारे सैनिकों और हमारे लोगों पर हमलों में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना है.'

Israel-Hamas वॉर इफेक्‍ट! US के मिलिट्री बेस पर ठहरीं ईरान की निगाहें, क्‍या बढ़ेगा जंग का दायरा?

World News In Hindi: टॉप यूएस डिप्लोमेट और रक्षा अधिकारियों ने रविवार को कहा कि मिडिल ईस्ट में अमेरिकी सैनिकों पर हमले बढ़ने की संभावना है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ईरान इजरायल-हमास युद्ध को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि यूएस संघर्ष को फैलता नहीं देखना चाहता, क्षेत्र में हाल की अमेरिकी तैनाती इसलिए ही की गई थी.

ऑस्टिन ने एबीसी के 'दिस वीक' कार्यक्रम में कहा, 'वास्तव में, हम जो देख रहे हैं, पूरे क्षेत्र में हमारे सैनिकों और हमारे लोगों पर हमलों में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना है. यदि कोई ग्रुप या कोई देश इस संघर्ष को बढ़ाना चाहता है...तो हमारी सलाह है: ऐसा न करें.'

ईरान समर्थित ग्रुप्स को लेकर अमेेरिका अर्ल्ट
इससे पहले अमेरिकी अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि हाल के दिनों में इराक और सीरिया में यूएस सैनिकों पर बार-बार हमले हुए हैं और वाशिंगटन इजरायल-हमास युद्ध के दौरान क्षेत्रीय तनाव बढ़ने के कारण ईरान समर्थित ग्रुप्स की गतिविधि को लेकर अलर्ट है.

अमेरिका ने नौसैनिक बेड़ा
बता दें यूएस ने हाल के सप्ताहों में मिडिल ईस्ट में महत्वपूर्ण नौसैनिक बेड़ा भेजा है, जिसमें दो विमान वाहक, उनके सहायक जहाज और लगभग 2,000 नौसैनिक शामिल हैं.

पेंटागन ने शनिवार को,  कहा कि वह हाल के हमलों के जवाब में क्षेत्र में एक टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) सिस्टम और अतिरिक्त पैट्रियट एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम बटालियन भेजेगा.

सीरिया और ईराक के मिलिट्री बेस पर हमला
7 अक्टूबर को इज़राइल में संघर्ष शुरू होने के बाद से अमेरिकी सेना पर हमलों में वृद्धि हुई है जब हमास के फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने दक्षिणी इज़राइल पर हमला किया था. बुधवार को, सीरिया में अमेरिकी बलों पर एक ड्रोन हमला हुआ, जिसमें मामूली चोटें आईं, जबकि एक अन्य को मार गिराया गया.

इस सप्ताह की शुरुआत में, अमेरिकी फोर्सेज ने इराक में सैनिकों को निशाना बनाने वाले कई ड्रोनों को विफल कर दिया.  गुरुवार को, ड्रोन और रॉकेटों ने ऐन अल-असद हवाई अड्डे को निशाना बनाया, जो पश्चिमी इराक में अमेरिकी और अन्य अंतरराष्ट्रीय बलों की मेजबानी करता है. बेस के अंदर कई विस्फोटों की आवाज सुनी गई.

मध्य पूर्व में यूएस की सैनिकों की मौजूदगी
इस बारे में सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है लेकिन माना जाता है कि अमेरिका के मध्य पूर्व में कई सैन्य अड्डे हैं. इनमें से सबसे उल्लेखनीय कतर में अल-उदेद एयर बेस है, जो दोहा के पश्चिम में स्थित है. यह मध्य पूर्व में संयुक्त राज्य अमेरिका की सबसे बड़ी सैनिक अड्डा है. एयर बेस में अनुमानित 11,000 सैनिक रहते हैं और यह लड़ाकू जेट विमानों से अच्छी तरह सुसज्जित है.

इस्लामिक स्टेट से लड़ने के लिए स्थानीय फोर्सेज की मदद करने के मिशन पर संयुक्त राज्य अमेरिका के इराक में 2,500 सैनिक और पड़ोसी सीरिया में 900 से अधिक सैनिक तेनात हैं. बता दें आईएसएस ने 2014 में दोनों देशों के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था.

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