POK Latest Update: पीओके पिछले कई दिनों से लगातार उबल रहे है. वहां के लोग अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं. उन्हें मनाने के लिए पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ मुजफ्फराबाद पहुंचे और लोगों से गुस्सा थूकने की अपील की. आखिर उन्हें किस बात का डर लग रहा है.
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POK News in Hindi: पिछले करीब एक हफ्ते से भारत का अभिन्न अंग बनने के लिए PoK के लोग तड़प रहे हैं. बगावत की आग हर दिन बढ़ती जा रही है. यहां के लोगों में पाकिस्तान और उसके हुक्मरानों के खिलाफ भयानक गुस्सा है. PoK में उठी बगावत की आग की तपिश से पाकिस्तान झुलसने लगा तो, शहबाज शरीफ को इसकी याद आई और आज शहबाज शरीफ PoK पहुंच गए. PoK के मुजफ्फराबाद पहुंचे शहबाज शरीफ ने अधिकारियों के साथ बैठकें की, PoK की कैबिनेट को संबोधित किया.
किस बात से डर गए हैं शहबाज
पाकिस्तान के जानकारों का मानना है कि शहबाज शरीफ इसलिए PoK नहीं पहुंचे, कि उन्हें यहां के लोगों की चिंता है. बल्कि इसके पीछे शहबाज शरीफ का डर है. जो उन्हें PoK तक खींच लाया है. पिछले शुक्रवार से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में प्रदर्शन हो रहे हैं, प्रदर्शनकारी सेना तक से भिड़ गए. तीन प्रदर्शनकारियों और एक पुलिसकर्मी की जान तक चली गई. ऐसे में शहबाज को डर है कहीं PoK भारत के साथ ना चला जाए. शहबाज की डर की दो वजहें हैं-
- पहली वजह PoK में बगावत.
- और दूसरी वजह PoK पर भारत का रुख.
भारत के दृढ रुख से PAK में बेचैनी
भारत का रुख साफ है कि PoK भारत का अभिन्न अंग है, जिसपर पाकिस्तान ने कब्जा किया हुआ है. जिसे जल्द वापस लिया जायेगा. इसी डर से शहबाज शरीफ PoK पहुंच गए और बगावत की आग को पैसों से शांत करने की कोशिश की.
शहबाज शरीफ ने सब्सिडी की बात कहकर PoK के लोगों का गुस्सा शांत करने की कोशिश की है, लेकिन जो दुर्व्यवहार यहां के लोगों के साथ होता है. जिस तरह महंगाई से PoK के लोग परेशान हैं. उससे निजात दिलाना शहबाज के लिए आसान नहीं है.
23 अरब रुपये के पैकेज का किया दावा
आज पाकिस्तानी पीएम शहबाज़ शरीफ भागे-भागे मुजफ्फराबाद पहुंचे. वहां पहुंचकर PoK के कश्मीरियों से गुस्सा छोड़ने की अपील की. PoK में कोई पाकिस्तान पर भरोसा नहीं करता. इसलिए शहबाज़ ने खुद पहुंचने से पहले ही PoK का फंड पहुंचा दिया. पर आज PoK में दो क्रांतिकारियों की बातें हो रही है. ये वो नायक हैं जिनकी एक आवाज से इस्लामाबाद में भूंकप आ गया.
जब शहबाज़ शरीफ भागे-भागे PoK पहुंचे...उसी वक्त PoK के कुछ इलाकों से हंगामा..नारेबाजी और बगावत की तस्वीरें आने लगीं. इस्लामाबाद से मुजफ्फराबाद पहुंचे शहबाज़ ने सबसे पहले पैसों की बात की..पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के डर की वजह है पीओके से आ रही तस्वीरें...जिसमें अबतक लोगों को गुस्सा कम नहीं हुआ है.
PoK के लोगों के हाथ जोड़े, की मिन्नतें
शहबाज शरीफ ने पीओके की कैबिनेट को संबोधित करते हुए कहा, पाकिस्तान की सरकार ने स्टेट बैंक को 16 तारीख को ये हिदायत दी कि 23 अरब रुपया रकम PoK को पहुंचा दी जाए. जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो ये 23 अरब रुपया PoK के अकाउंट में आ चुका है.
शहबाज़ शरीफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस का LIVE प्रसारण पूरे पाकिस्तान सहित PoK में भी किया गया.. पाकिस्तानी पीएम ने PoK के लोगों से हाथ जोड़े, मिन्नतें की. साफ-साफ कहा कि बहुत हो गया अब गुस्सा थूक दो लेकिन PoK का कश्मीरी अब भी गुस्से से उबल रहा है.
इन लोगों ने उड़ाई सरकार की नींद
PoK में इन दो लोगों की तस्वीरें वायरल हैं. पहला नाम है शौकत नवाज मीर, जो कि पाकिस्तान के खिलाफ विरोध करनेवाली ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी के प्रमुख हैं और दूसरा नाम है अहमद फरहाद..ये पीओके में पत्रकार हैं और अपने इलाके पर कब्जा करके बैठी पाकिस्तानी सेना के खिलाफ क्रांतिकारी शायरी लिखते हैं. इन दिनों फरहाद की लिखी नज्में वहां के क्रांतिकारियों के बीच वायरल है.
शहबाज़ के पीओके पहुंचने से ठीक पहले अहमद फरहाद को पाकिस्तानी सेना ने अगवा कर लिया. असल में फरहाद ने लगातार पीओके में मौजूद कश्मीरियों के गुस्से की लाइव रिपोर्टिंग की. उनकी एक आवाज़ पर हजारों कश्मीरी सड़कों पर उतर रहे थे. लगातार पाकिस्तानी सेना को टारगेट करके और विरोध करने वाले बयान देकर अहमद फरहाद इस्लामाबाद की हिट लिस्ट में पहले नंबर पर थे. शायद इसलिए उनको घर से अगवा कर लिया गया.
पत्रकार फरहाद का कोई अता-पता नहीं
इस समय फरहाद जिंदा हैं या नहीं इसके बारे में कोई खबर नहीं है. जब ये मामला अदालत में पहुंचा तो लोगों को इसके बारे में पता चला. हालांकि अबतक पाकिस्तानी सेना ने फरहाद के बारे में कोई खबर नहीं दी.
फरहाद की सुरक्षित रिहाई के लिए पीओके का कश्मीरी आंदोलन कर रहा है. फरहाद अकेले नहीं हैं..पीओके में विरोध की आग जलानेवाले दूसरे नायक हैं शौकत नवाज मीर. ये वो चेहरा है जिसने सड़क पर उतरकर शहबाज़ शरीफ को चुनौती दी और कश्मीरियों को आटा और सस्ती बिजली देने के लिए शरीफ सरकार मजबूर हो गई. शौकत नवाज मीर ने चुभने वाले सवाल करके सरकार को फंड देने के लिए कैसे मजबूर किया..इसकी कहानी उन्होंने खुद बताई.
श्रीनगर से केवल 100 किमी दूर प्रदर्शन
पीओके में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन का इलाका भारतीय सीमा के करीब है. श्रीनगर से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर मुजफ्फराबाद पीओके में विरोध का केंद्रबिंदु है. इसी तरह पीओके में बाग, कोटली और मीरपुर जैसी जगहें तो LoC से 50 किलोमीटर की दूरी में ही बसे हुए हैं और इन्हीं इलाकों में सबसे ज्यादा उग्र प्रदर्शन हुए. भारत के करीब मौजूद पीओके जल रहा है और पाकिस्तानी सरकार और सेना पूरी ताकत लगाकर भी क्रांति की आग को बुझा नहीं पा रही है.