China: चीन ने एक और रिसर्च कर पूरी दुनिया को चौंका दिया है. देश के स्वामित्व वाली CASC की छठी एकेडमी के संस्थान-165 ने एक ही दिन में तरल ऑक्सीजन-केरोसिन इंजन के लगातार तीन परीक्षण किए.
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China: चीन हमेशा अनोखा और हैरतअंगेज रिसर्च कर पूरे देश को चौंकाने में कोई कसर नहीं छोड़ता है. चीन ने फिर से टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक नया और अनोखा काम कर दिया है. राजधानी बीजिंग से कोसों दूर दो पहाड़ों के बीच बने देश के स्वामित्व वाली अंतरिक्ष दिग्गज चीन एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन (CASC ) की छठी एकेडमी के संस्थान-165 ने एक ही दिन में तरल ऑक्सीजन-केरोसिन इंजन के लगातार तीन परीक्षण करने का कारनामा किया है. चीन के एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी शोधकर्ताओं ने रविवार को यह घोषणा की.
यह पहला मौका है जब चीन के स्वामित्व वाली अंतरिक्ष दिग्गज CASC ने एक ही दिन में लगातार तीन तरल ऑक्सीजन-केरोसिन इंजन का परीक्षण किया है.ये परीक्षण चीन ही नहीं बल्कि, एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी से जुड़े शोधकर्ताओं के लिए भी मील का पत्थर साबित हो सकता है. साथ ही यह परीक्षण आने वाले Propulsion इंजन के वाहनों के लिए भी सत्यापन क्षमता में महत्वपूर्ण हो सकता है, जो लगातार लॉन्च मिशनों के लिए सहायता प्रदान करता है.
#OrbitInsights For the first time, Institute 165 of the Sixth Academy of the state-owned space giant China Aerospace Science and Technology Corporation (CASC), completed three consecutive tests of liquid oxygen-kerosene engines in a single day. Such milestone marks a significant… pic.twitter.com/ZpvBHwkHuh
— Global Times (@globaltimesnews) January 19, 2025
दो साल पहले भी किया था ये कारनामा
हालांकि, इससे पहले भी चीन के एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी शोधकर्ताओं ने सितंबर 2022 में देश की पहली घरेलू स्तर पर विकसित रीयूजेबल तरल ऑक्सीजन केरोसिन इंजन पर सत्यापन उड़ान का परीक्षण किया था. इस मॉडल को भी शीआन एयरोस्पेस प्रोपल्शन इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित किया गया था, जो राज्य के स्वामित्व वाली एयरोस्पेस दिग्गज चीन एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन (CASC) की 6वीं अकादमी की सहायक कंपनी है.
प्रमुख ने कसम को किया पूरा
शीआन स्थित संस्थान के प्रमुख झांग जियाओजुन ने तब कसम खाकर कहा था कि वे देश के लिए आने वाले दिनों में अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए प्रौद्योगिकी समाधान तलाशना जारी रखेंगे. इसी के तहत अब करीब दो साल बाद CASC ने एक दिन में लगातार तीन परीक्षण कर अलग छाप छोड़ी है.