NASA: नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप ने 'पिलर्स ऑफ क्रिएशन' की खींची तारों से भरी तस्वीरें
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NASA: नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप ने 'पिलर्स ऑफ क्रिएशन' की खींची तारों से भरी तस्वीरें

Pillars of Creation: टेलीस्कोप द्वारा ली गई तस्वीर में हजारों तारे टिमटिमाते हुए ब्रह्मांड के बीच में खड़े विशाल सोने, तांबे और भूरे रंग के स्तंभों को रोशन करते दिखाई पड़ते हैं. कई स्तंभों के सिरों पर चमकीले लाल, लावा जैसे धब्बे हैं. 

NASA: नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप ने 'पिलर्स ऑफ क्रिएशन'  की खींची तारों से भरी तस्वीरें

NASA's James Webb Telescope: नासा ने जानकारी दी है कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने ‘पिलर्स ऑफ क्रिएशन’ की बेहतरीन तस्वीरें ली हैं. इन फोटोज में गैस और धूल के घने बादलों के बीच नए तारे बनते दिख रहे हैं. त्रि-आयामी स्तंभ (Three-Dimensional Pillars) बड़ी चट्टानों की तरह दिखते हैं, लेकिन कहीं अधिक पारगम्य हैं. नासा ने कहा कि ये स्तंभ शांत अंतरतारकीय गैस और धूल से बने हैं जो कभी-कभी निकट-अवरक्त प्रकाश में अर्ध-पारदर्शी दिखाई देते हैं.

टेलीस्कोप द्वारा ली गई तस्वीर में हजारों तारे टिमटिमाते हुए ब्रह्मांड के बीच में खड़े विशाल सोने, तांबे और भूरे रंग के स्तंभों को रोशन करते दिखाई पड़ते हैं. कई स्तंभों के सिरों पर चमकीले लाल, लावा जैसे धब्बे हैं. नासा ने एक बयान में कहा, "ये सितारों से निकलने वाले उत्सर्जन हैं जो अभी भी बन रहे हैं." नासा के मुताबिक युवा तारे समय-समय पर इन मोटे स्तंभों की तरह दिखने वाले बादलों से टकराते हैं. कभी-कभी इस टक्कर से लहरदार पैटर्न बन जाते हैं.

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की क्षमताओं से मिला लाभ
बता दें 'पिलर्स ऑफ क्रिएशन' पृथ्वी से 6,500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर हमारी आकाशगंगा के ईगल नेबुला में स्थित हैं.  हबल स्पेस टेलीस्कोप ने इन पिलर्स की तस्वीरें ली हैं. इससे पहले  इस टेलीस्कोप ने 1995 में और  2014 में इस तरह की तस्वीर ली थी. लेकिन एक साल से भी कम समय पहले अंतरिक्ष में लॉन्च किया गए नए जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की इन्फ्रारेड क्षमताओं की बदौलत स्तंभों की अस्पष्टता के माध्यम से कई नए तारों को बनते देखा जा सकता है.

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