When Hafiz Saeed Will Kill: इजराइल ने अपने दुश्मन हानिया को मारकर 7 अक्टूबर को हुए हमले में अपने नागरिकों की मौत का बदला ले लिया है. ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि भारत कब हाफिज सईद को मारकर 26/11 मुंबई अटैक में अपने नागरिकों की मौत का बदला लेगा?
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Mumbai Attack Revenge: इजराइल ने हमास के चीफ इस्माइल हानिया को जिस तरीके से 72 हूरों के पास पहुंचा दिया, क्या हाफिज सईद को नहीं पहुंचाया जा सकता? ये सवाल आपके मन में जरूर आया होगा. अब आपको बताते हैं कि आखिर हानिया को इजराइल ने किस तरीके से ढेर किया?
दरअसल इजराइल पर आतंकी हमले के बाद से हमास चीफ इस्माइल हानिया कतर में रह रहा था और इजराइल इंतजार कर रहा था कि हानिया कब कतर से बाहर निकले और इजराइल उससे बदला ले ले.
इजराइल को ये मौका तब मिला जब कतर से इस्माइल हानिया ईरान की राजधानी तेहरान पहुंचा. वहां हमास के आतंकी चीफ हानिया का जोरदार स्वागत किया गया. वहां हानिया के चेहरे की खुशी बता रही थी कि उसे जरा भी अंदाजा नहीं था कि कुछ घंटे बाद ही वो मारा जाएगा.
तेहरान में हानिया की मरने से ठीक पहले की दो तस्वीरें वायरल हैं.
Imam Khamenei met with Mr. Ismail Haniyah, head of the political bureau of the Palestinian Islamic Resistance Movement Hamas, and Mr. Ziyad al-Nakhalah, the Secretary General of the Palestinian Islamic Jihad Movement. pic.twitter.com/H8LzJXyFgV
पहली तस्वीर तब की है जब हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पजेश्कियन के शपथग्रहण समारोह में बतौर गेस्ट पहुंचा था. वो इस समारोह के दौरान दुनियाभर के नेताओं के ग्रुप फोटो में आगे की कतार में भी दिख रहा है.
दूसरी तस्वीर तब की है जब हानिया ने ईरान के सर्वोच्च नेता खामनेई से भी मुलाकात की थी. खामनेई ने हानिया की इस तरह आवाभगत की थी जैसे हानिया कोई हीरो हो. वैसे ईरान के लिए हानिया जैसे आतंकवादी हमेशा से हीरो रहे हैं. इसलिए हमास का चीफ हानिया ईरान सरकार का चीफ गेस्ट बनकर तेहरान पहुंचा था और ईरानी सेना की सिक्योरिटी में बड़ा बेपरवाह होकर घूम रहा था.
Moments from Martyr Ismail Haniyeh's last meeting with the Leader of the Islamic Revolution pic.twitter.com/IHo4CMfk3y
हानिया का एक आखिरी वीडियो भी सामने आया है. इसमें हानिया एक वॉर वेटरन्स म्यूजियम में घूम रहा है. उसके अगल-बगल ईरानी रेवोल्यूशनरी गार्ड्स चल रहे हैं और हानिया बेफिक्र होकर लोगों से बात कर रहा है. लेकिन ना तो हानिया को पता था और ना ईरान सरकार को पता था कि इजराइल हानिया को ट्रैक कर रहा है और तेहरान में उसके खात्मे की पूरी प्लानिंग कर चुका था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार को शपथग्रहण समारोह के बाद हानिया, तेहरान में वॉर वेटरन्स के लिए बने खास आवास में ठहरा था. दावा किया जा रहा है कि इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद और अमेरिकी एजेंसी CIA ने हानिया की सटीक लोकेशन दी थी. इसके बाद रात दो बजे टारगेटेड मिसाइल के जरिये हानिया की लोकेशन पर मिसाइल अटैक किया गया.
ईरानी मीडिया के मुताबिक तेहरान में हमास के चीफ हानिया को मारने के लिए मिसाइल दूसरे देश से दागी गई थी और इस मिसाइल अटैक में हमास चीफ के साथ उसके एक बॉडीगार्ड की भी मौत हो गई है.
अब एक सवाल उठता है. हमास के आतंकी सरगना इस्माइल हानिया को मारकर इजराइल ने अपना बदला ले लिया है. क्या इससे सीख लेकर भारत भी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी चीफ हाफिज सईद से बदला लेगा?
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ये वही हानिया है जिसने इजराइल पर हमले की प्लानिंग रची थी और जिसके एक इशारे पर हमास के आतंकवादियों ने इजराइल में घुसकर सबसे बड़े आतंकवादी हमले को अंजाम दिया था. जिसे मारकर 300 से भी कम दिन में इजराइल ने अपना इंतकाम ले लिया. लेकिन एक हाफिज सईद है जिसने मुंबई में 26/11 आंतकी हमले की साजिश रची और उसके आतंकवादियों ने भारत पर सबसे बड़ा आतंकी हमला किया. लेकिन 16 साल बाद भी हाफिज सईद से भारत बदला नहीं ले पाया है. क्या अब वक्त आ गया है कि हाफिज सईद को भी हानिया की तरह मारकर भारत अपना बदला पूरा करे.!
7 अक्टूबर 2023... ये वो तारीख थी जब हमास के आतंकियों ने इजराइल पर सबसे बड़ा हमला किया था और कत्लेआम मचाया था. यही वो तारीख थी जब इजराइल ने कसम खाई थी कि वो हमास को खत्म करके ही दम लेगा और जब तक हमास के कब्जे से अपने एक-एक बंधक को छुड़ा नहीं लेगा तब तक चैन से नहीं बैठेगा.
इस दौरान इजराइल ने हमास के गढ़ गाजा को कब्रिस्तान में बदल दिया हमास के आतंकवादियों को ढूंढ-ढूंढकर ढेर किया. अब 297 दिन बाद हानिया को मारकर अपना बदला ले लिया है. इजराइल की खुफिया एजेंसी ने भी अपने दामन पर लगे दाग को हानिया के खून से धो डाला.
लेकिन हानिया ना तो पहला है और ना ही आखिरी जिससे इजराइल ने बदला लिया है. इजराइल ने हर उस देश, हर उस आतंकी संगठन से 7 अक्टूबर का बदला लिया है जिसने हमास का साथ दिया है.
7 अक्टूबर के हमले के बाद से अब तक इजराइल ने गाजा, लेबनान, ईरान और सीरिया में अपने कम से कम 16 दुश्मनों को ढेर किया है. पिछले नौ महीनों के दौरान इजराइल ने हमास के सात कमांडरों को मौत के घाट उतारा है. हिजबुल्लाह के 5 कमांडरों को मार गिराया है और ईरान के भी चार कमांडरों को जहन्नुम पहुंचाया है.
ऐसे में सवाल है कि अगर इजराइल कर सकता है तो भारत क्यों नहीं? अगर इजराइल विदेशी धरती पर अपने दुश्मन को मार सकता है तो भारत क्यों नहीं? अगर इजराइल ने ईरान में हानिया को मारा तो क्या भारत पाकिस्तान में हाफिज को मारेगा ?
ये सवाल कठिन जरूर लग सकते हैं लेकिन ये नामुमकिन तो बिलकुल भी नहीं है. हो सकता है कि जिस तरह आज सुबह हानिया की मौत की खबर आई उसी तरह किसी सुबह हाफिज सईद सैयद सलाहुद्दीन जैसे भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी की मौत की खबर आ जाए.