Whatsapp ने तय कर दी हमास के सरगना की मौत! मोसाद का प्लान जानकर खड़े हो जाएंगे रोंगटे
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Whatsapp ने तय कर दी हमास के सरगना की मौत! मोसाद का प्लान जानकर खड़े हो जाएंगे रोंगटे

Ismail Haniyeh Whatsapp Killing: तेहरान में हानिया की मौत से वॉट्सऐप के को-फाउंडर बोरिसोविच कुम का नाम जोड़ा गया है. वॉट्सऐप के को-फाउंडर बोरिसोविच यहूदी धर्म को मानते हैं और माना जाता है कि दुनिया का हर यहूदी इजरायल की मदद करने के लिये किसी भी हद तक जा सकता है.

Whatsapp ने तय कर दी हमास के सरगना की मौत! मोसाद का प्लान जानकर खड़े हो जाएंगे रोंगटे

ईरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया पर हमले और उसकी मौत की वजह वॉट्सऐप को बताया गया है. दावे हैं कि हानिया को मारने वाली मिसाइल का डायरेक्ट कनेक्शन वॉट्सऐप के एक मैसेज से है.

तेहरान में हानिया की मौत से वॉट्सऐप के को-फाउंडर बोरिसोविच कुम का नाम जोड़ा गया है. वॉट्सऐप के को-फाउंडर बोरिसोविच यहूदी धर्म को मानते हैं और माना जाता है कि दुनिया का हर यहूदी इजरायल की मदद करने के लिये किसी भी हद तक जा सकता है.

बोरिसोविच ने मोसाद को दी जानकारी!

माना जा रहा है कि बोरिसोविच ने हानिया के मोबाइल में मौजूद वॉट्सऐप से कुछ सेंसिटिव इंफोर्मेशन लेकर इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद को दे दीं. और उसी इंफोर्मेशन ने हानिया की हत्या करने का रास्ता तैयार किया.

वॉट्सऐप के पास उसको इस्तेमाल करनेवाले यूजर के बारे में सारी जानकारी होती है, ये बात आप भी जानते होंगे. पर क्या ऐसी इंफोर्मेशन से हमला और मर्डर करना मुमकिन है?

वॉट्सऐप ने तय की हानिया की मौत?

हानिया के जनाजे में पहुंची लाखों की भीड़ और ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की जुबान पर वॉट्सऐप का नाम है. ईरान और गाज़ा पट्टी की ज्यादातर जनता मानती है कि हानिया की मौत उसके मोबाइल फोन में मौजूद वॉट्सऐप ने तय कर दी. हमास के चीफ हानिया के मर्डर का वॉट्सऐप से पूरा कनेक्शन समझिए.

 हानिया जब तेहरान की एक सेफ लोकेशन पर बने घर में अपना मोबाइल फोन लेकर आया तभी उसकी मौत तय हो गई थी. बताया जा रहा है कि इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने हानिया के मोबाइल फोन पर एक स्पाईवेयर वाला वॉट्सऐप मैसेज भेजा. स्पाईवेयर एक तरह का जासूसी करनेवाला मोबाइल एप होता है. हानिया ने जैसे ही इस मैसेज को पढ़ा..तो उसके मोबाइल फोन पर स्पाईवेयर अपने आप इंस्टॉल हो गया और हानिया को खबर लगे बिना ही वो उसकी जासूसी करने लगा और हर एक जानकारी मोसाद को भेजने लगा.

स्पाईवेयर ने हानिया के मोबाइल फोन की सटीक लोकेशन सीधे इजरायल में मोसाद के कंट्रोल रूम को भेज दी. वॉट्सऐप की इस धोखेबाजी से हानिया का काम तमाम करने का ऑपरेशन सफल हो गया. एक्सपर्ट्स मानते हैं ऐसे मोबाइल एप की मदद से होनेवाली जासूसी के बाद हानिया के लिये बचना नामुमकिन था.

कॉल आता है तो मिल सकती है लोकेशन

वॉट्सऐप पर लोकेशन पता लगाई जा सकती है पर इस मामले में क्या हुआ है इस पर जानकारी आएगी तो समझ आएगा. वॉट्सऐप पर कॉल आता है तो लोकेशन की जानकारी ली जा सकती है.

दावा है कि इस्माइल हानिया की लोकेशन का पता उसके मोबाइल फोन में वॉट्सऐप को हैक करके निकाला गया.  वॉट्सऐप में बैठे जासूस ने हानिया की लोकेशन भेजकर मोसाद को वो जानकारी दे दी जिसका इंतजार इजरायल को बरसों से था. वॉट्सऐप के जरिये लोकेशन की जानकारी मिलने के बाद मोसाद ने उसका इस्तेमाल हानिया पर अटैक के लिए किया.

हानिया के बेडरूम तक पहुंची मिसाइल

बताया जाता है कि इजरायली सेना ने उस लोकेशन को एक मिसाइल में फीड किया, जिससे मिसाइल ठीक उसी लोकेशन पर हानिया के बेडरूम तक पहुंच गई.

मोबाइल फोन की मदद से पहले भी आतंकवादियों पर हमले हो चुके हैं. खुद इजरायल इस तकनीक का इस्तेमाल गाज़ा पट्टी और लेबनान में आतंकियों की तलाश में कर चुका है.

हालांकि ईरान में वॉट्सऐप को बैन कर दिया गया था, वहां वॉट्सऐप को इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.. तो क्या हानिया के ईरान पहुंचने से पहले ही उसके मोबाइल फोन पर स्पाईवेयर का कब्जा हो चुका था. हानिया और वॉट्सऐप को लेकर चल रही खबरों में चाहे जितनी सच्चाई हो, अब हानिया का हाल देखने के बाद हमास और दुनिया भर के आतंकियों को वॉट्सऐप के मैसेज में भी मौत दिखेगी.

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