IND vs SA: KL Rahul-Hardik Pandya नहीं, भारत को अकेले सीरीज जिताएगा ये प्लेयर! विस्फोटक बैटिंग में माहिर
Advertisement

IND vs SA: KL Rahul-Hardik Pandya नहीं, भारत को अकेले सीरीज जिताएगा ये प्लेयर! विस्फोटक बैटिंग में माहिर

India vs South Africa Rishabh Pant: भारतीय टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत बहुत ही आतिशी बैटिंग के लिए फेमस हैं. साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में वह टीम इंडिया को जीत दिला सकते हैं. 

File Photo

India vs South Africa Rishabh Pant: भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ घर में आज तक एक भी सीरीज नहीं जीती है. टीम इंडिया के पास कई मैच विनर प्लेयर्स हैं. केएल राहुल और हार्दिक पांड्या बहुत ही शानदार फॉर्म में हैं, लेकिन एक प्लेयर ऐसा है, जो भारत को अपने दम पर सीरीज जिता सकता है. आइए जानते हैं, उस प्लेयर के बारे में. 

ये प्लेयर जिता सकता है सीरीज

दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत अपनी तूफानी बैटिंग के लिए फेमस हैं. फिलहाल पंत भारत के लिए तीनों ही फॉर्मेट में नंबर एक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. उन्होंने अपने दम पर टीम इंडिया को कई मैच जिताए हैं. पंत जब अपनी लय में हों तो किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते हैं. पंत ने भारत के लिए 43 टी20 मैचों में 683 रन बनाए हैं. 

मिडिल ऑर्डर की हैं अहम कड़ी 

ऋषभ पंत पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया के लिए तीनों ही फॉर्मेट में अहम सदस्य हैं. वह निचले क्रम पर आकर विस्फोटक बैटिंग में माहिर प्लेयर हैं. पंत एक हाथ से छक्के लगाने को लेकर काफी फेमस हैं. उन्होंने अपनी तूफानी बैटिंग से फैंस को दीवाना बनाया है. हाल ही में समाप्त हुए आईपीएल में ऋषभ पंत ने 14 मैचों में 340 रन बनाए हैं. कप्तान केएल राहुल को उनसे बड़ी पारी की उम्मीद होगी. 

बायो-बबल ने निकल खुश हैं पंत

विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा, 'बायो-बबल से बाहर निकलना वास्तव में बहुत अच्छा एहसास है और उम्मीद है कि अब बायो-बबल जैसे हालात नहीं होंगे, इसलिए मैं जानकर बेहद खुश हूं.' पंत ने आगे बोलते हुए कहा कि जब आप पूरे साल खेलते हैं, तो आप दबाव को कम करने के लिए आपको आराम की आवश्यकता है. अगर आप अपने दिमाग को तरोताजा नहीं कर सकते हैं, तो आप अपना सौ प्रतिशत नहीं देंगे. हमें अपने ऊपर काम करते रहने की जरूरत है, ताकि आप तरोताजा रहें.'

पिता भी थे विकेटकीपर

ऋषभ पंत ने आगे कहा, 'जब भी मैं मैदान पर आता हूं तो मैं हमेशा अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश करता हूं, लेकिन मैं हमेशा विकेटकीपर-बल्लेबाज ही रहा हूं, क्योंकि बचपन से ही कीपिंग शुरू की थी, क्योंकि मेरे पिता भी विकेटकीपर थे. इसी तरह मैंने विकेटकीपिंग करना शुरू किया.'

Trending news