मूंगे को कभी चलते हुए देखा है? ये कोरल तो वॉक करता है! वैज्ञानिकों ने रिकॉर्ड किया होश उड़ाने वाला वीडियो
Advertisement
trendingNow12615327

मूंगे को कभी चलते हुए देखा है? ये कोरल तो वॉक करता है! वैज्ञानिकों ने रिकॉर्ड किया होश उड़ाने वाला वीडियो

Science News in Hindi: वैज्ञानिकों ने टाइम-लैप्स वीडियो के जरिए मूंगों को इधर-उधर मूव करते देखा है. यह हैरान करने वाली फुटेज इन समुद्री जीवों के बारे में नई जानकारी देती है.

मूंगे को कभी चलते हुए देखा है? ये कोरल तो वॉक करता है! वैज्ञानिकों ने रिकॉर्ड किया होश उड़ाने वाला वीडियो

Coral Walk Video: मूंगा यानी Coral ऐसा समुद्री जीव है जिसके बारे में माना जाता है कि यह एक जगह स्थिर रहता है, लेकिन ऐसा है नहीं. वैज्ञानिकों ने एक अनोखी खोज की है. उन्होंने एक प्रकार के मूंगे को सूर्य की रोशनी का पीछा करते पकड़ा है. Cycloseris cyclolites नामक एक छोटा mushroom coral अपनी जगह से हिलकर रेतीले समुद्र तल पर सूरज की रोशनी का पीछा करता है. वैज्ञानिकों ने टाइम-लैप्स वीडियोज की मदद से मूंगे की इन हरकतों का पता लगाया.

बड़ा स्लो है भाई!

यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड के वैज्ञानिक ब्रेट लुईस और उनकी टीम ने टाइम-लैप्स वीडियो का यूज करके इस मूंगे की 'वॉक' को रिकॉर्ड किया. यह कोरल अपनी जगह से हर 24 घंटे में सिर्फ 43.73 मिलीमीटर खिसक सका. शुरुआत में, मूंगे ने अपनी बाहरी सतह को फुलाया, जिससे उसका मध्य भाग समुद्र तल से ऊपर उठा. इसके बाद, इसने अपनी सतह के नीचे बने एक 'पैर' जैसी संरचना का इस्तेमाल करके धीरे-धीरे आगे बढ़ना शुरू किया.

लुईस ने बताया, 'मैंने इसे लंबे समय तक देखा और सोचा कि यह शायद फट जाएगा. यह एक बेहद धीमी प्रक्रिया है, लेकिन कोरल का यह मूवमेंट अद्भुत था.'

यह बिच्छू डंक नहीं मारता, जहर का स्प्रे करता है! वैज्ञानिक की चौंकाने वाली खोज

रोशनी की तरफ भागता है कोरल

वैज्ञानिकों ने पाया कि कोरल की यह गतिविधि मुख्य रूप से एक खास प्रकार की रोशनी के प्रति आकर्षित थी. प्रयोग में, जब Coral को सफेद और नीली रोशनी में से चुनने का विकल्प दिया गया, तो 86.7% Corals ने नीली रोशनी की ओर रुख किया. सफेद रोशनी की तुलना में नीली रोशनी की ओर झुकाव इसलिए है क्योंकि ये Coral गहरे पानी के रेत में रहते हैं, जहां केवल 480 nm से कम की लहरें पहुंच पाती हैं.

यह व्यवहार दर्शाता है कि वे अपने एनर्जी प्रोडक्शन सिस्टम के लिए सही मात्रा में प्रकाश पाने करने के लिए जगह बदलते हैं. मूंगों में dinoflagellates नामक सूक्ष्म जीव होते हैं, जो सूरज की रोशनी से ऊर्जा बनाते हैं. इसलिए, रोशनी की दिशा में कोरल का खिसकना उनके जीवित रहने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.

यह भी पढ़ें: अंतरिक्ष से आई आफत, पहली बार रिकॉर्ड हुआ उल्कापिंड गिरने का पूरा ऑडियो और वीडियो

वैज्ञानिकों ने मूंगे की इस चाल की तुलना जेलीफिश की तैरने की गति से की है. कोरल अपनी बाहरी सतह को फुलाने और सिकुड़ने की प्रक्रिया से आगे बढ़ता है. लुईस के अनुसार, उनका यह व्यवहार दर्शाता है कि वे जैलीफिश जैसे अन्य समुद्री जीवों से अधिक न्यूरोलॉजिकल रूप से परिष्कृत हो सकते हैं. यह स्टडी PLOS One में छपी है.

विज्ञान के क्षेत्र की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Latest Science News In Hindi और पाएं Breaking News in Hindi देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news