एलियन तारों के आसपास घूम रहे खरबों धूमकेतुओं की खोज, ब्रह्मांड की नई पहेली ने वैज्ञानिकों को उलझाया
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एलियन तारों के आसपास घूम रहे खरबों धूमकेतुओं की खोज, ब्रह्मांड की नई पहेली ने वैज्ञानिकों को उलझाया

Science News in Hindi: वैज्ञानिकों ने चिली और हवाई में लगे उपकरणों की मदद से करीब 74 एलियन स्टार सिस्टमों के आसपास कई ट्रिलियन धूमकेतुओं की खोज की है.

एलियन तारों के आसपास घूम रहे खरबों धूमकेतुओं की खोज, ब्रह्मांड की नई पहेली ने वैज्ञानिकों को उलझाया

Comets Discovery: एस्ट्रोनॉमर्स ने पहली बार 74 एलियन स्टार सिस्टम्स के चारों ओर धूमकेतु की बेल्ट्स का पता लगाया है. उनके अनुसार, यहां ट्रिलियन्स की संख्या में बर्फीले 'बाहरी धूमकेतु' या exocomets मौजूद हैं. यह खोज Atacama Large Millimeter Array (ALMA) और Submillimeter Array (SMA) के साझा ऑब्जर्वेशंस के जरिए की गई. ये 74 बेल्ट्स हमारे सौरमंडल से 500 प्रकाश-वर्ष के भीतर स्थित हैं. इनकी उम्र भी अलग-अलग है, कुछ नई बनी हैं तो कुछ अरबों साल पुरानी. ये बेल्ट्स अपने केंद्रीय सितारों से 10 AU से लेकर सैकड़ों AU की दूरी पर हैं.

पता लगाना मुश्किल था!

ये बेल्ट्स अपने केंद्रीय सितारों से इतनी दूर स्थित हैं कि इनका तापमान -418°F से -238°F (-250°C से -150°C) के बीच है. ठंडे होने के कारण ये केवल लंबी तरंगदैर्ध्य (long wavelengths) पर प्रकाश उत्सर्जित करती हैं. ऐसे में ALMA और SMA जैसे इंस्ट्रूमेंट्स की जरूरत पड़ी, क्योंकि ये सबमिलीमीटर तरंगदैर्ध्य पर प्रकाश को पकड़ सकते हैं. ALMA और SMA ने इन बेल्ट्स से निकलने वाले प्रकाश का स्रोत उन छोटे 'pebbles' को पाया जो बड़ी धूमकेतु संरचनाओं के टकराने से पैदा हुए थे.

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मिले कुइपर बेल्ट जैसे स्ट्रक्चर

यूनिवर्सिटी ऑफ डबलिन के लुका मैत्रा के अनुसार, 'Exocomets बर्फ और चट्टान से बने बड़े पिंड होते हैं, जो इन बेल्ट्स में टकराकर छोटे-छोटे pebbles बनाते हैं. इन बेल्ट्स को हमने ALMA और SMA के जरिए देखा.' रिसर्च में पता चला कि ग्रहों वाले कम से कम 20% सिस्टम्स में ऐसी exocometary बेल्ट्स होती हैं.

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कुइपर बेल्ट, नेपच्यून की कक्षा से परे स्थित है. (Photo : John Hopkins University)

हमारे सौरमंडल में कुइपर बेल्ट (Kuiper Belt) इसी तरह की संरचना है. इन नए खोजे गए ग्रहों के बेल्ट्स की तुलना Kuiper Belt से करके वैज्ञानिक यह जानने की कोशिश करेंगे कि ये बर्फीले क्षेत्र कैसे ब्रह्मांडीय रहस्यों को छिपाए हुए हैं.

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पहले भी exocomets और उनकी बेल्ट्स का पता चला है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में पहली बार इनकी खोज की गई है. यह स्टडी REASONS (REsolved ALMA and SMA Observations of Nearby Stars) प्रोग्राम का हिस्सा थी.

कॉमेट्स के बारे में क्या पता चला?

रिसर्चर्स ने पाया कि बेल्ट्स में मौजूद pebbles की संख्या उम्र के साथ घटती है. मैत्रा ने कहा, 'Pebbles की संख्या उन बेल्ट्स में जल्दी घटती है, जो अपने सितारों के करीब हैं.' यह भी पता चला कि इन बेल्ट्स में 140 किलोमीटर या चंद्रमा के आकार के बड़े पिंड भी हो सकते हैं. कुछ बेल्ट्स संकरे रिंग्स जैसी हैं, लेकिन अधिकतर बेल्ट्स डिस्क की तरह फैली हुई हैं.

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यह संभव है कि छोटे और गर्म बेल्ट्स, जो अपने सितारों के करीब हैं, सबमिलीमीटर तरंगदैर्ध्य पर कमजोर उत्सर्जन करते हों, जिससे ALMA और SMA उन्हें पकड़ नहीं पाए. इस संभावना को James Webb Space Telescope (JWST) द्वारा आगे जांचा जा सकता है. यह स्टडी पिछले दिनों Astronomy and Astrophysics जर्नल में छपी है.

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