First and Last Roti: अक्सर आपने देखा होगा कि घर में रोटी बनाते समय सबसे पहली रोटी गाय और आखिरी रोटी कुत्ते के लिए बनाई जाती है. ये परंपरा सदियों से चली आ रही है. आखिर ऐसा होने और करने के पीछे क्या कारण हैं, ये कोई नहीं जानता है. ऐसे में आज ये जानने की कोशिश करते हैं कि घर में सबसे पहली रोटी गाय और आखिरी रोटी कुत्ते के लिए क्यों बनाई जाती है?
हिंदू धर्म में गाय को माता की संज्ञा दी गई है. प्राचीन काल से ही गाय को काफी पवित्र माना जाता है और उसकी पूजा भी की जाती है. गाय की पूजा और सेवा करने से कई तरह के पुण्य की प्राप्ति होती है. गाय में सभी देवी-देवताओं का वास माना गया है. ऐसे में गाय को रोटी खिलाने से सभी देवी-देवताओं को भोग लग जाता है.
हालांकि, भगवान और देवी-देवताओं को खाने का सबसे पहले भोग लगाया जाता है. ऐसे में पहली रोटी गाय के लिए बनाई जाती है. ऐसा करने से सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
घर में अक्सर कलह की स्थिति बने रहती है और दिनरात पारिवारिक सदस्यों के बीच लड़ाई-झगड़ा होता है. परिवार में सुख-शांति का अभाव है तो ऐस में सुबह पहली बनाई गई रोटी गाय और आखिर में बनाई गई रोटी कुत्ते को खिलाना चाहिए. इससे कलह और लड़ाई-झगड़े की समस्या खत्म हो जाती है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जातक की कुंडली में शनि या राहु-केतु का दोष है तो घर में बनाई गई आखिरी रोटी कुत्ते को खिलानी चाहिए. इससे सभी तरह के दोषों का प्रभाव कम हो जाता है.
घर में सुबह बनने वाली पहली रोटी के चार टुकड़े करने चाहिए. पहला टुकड़ा गाय, दूसरा टुकड़ा कुत्ते, तीसरा टुकड़ा कौओं और चौथा टुकड़ा किसी चौराहे पर रख देना चाहिए. ऐसा करने से धन लाभ होने लगता है और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलने लगता है. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
ट्रेन्डिंग फोटोज़