Mandir Mystery in Hindi: देश के इस मंदिर में लगातार बढ़ रहा नंदी प्रतिमा का आकार! समझने में वैज्ञानिक भी हुए फेल, जानें क्या है रहस्य
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Mandir Mystery in Hindi: देश के इस मंदिर में लगातार बढ़ रहा नंदी प्रतिमा का आकार! समझने में वैज्ञानिक भी हुए फेल, जानें क्या है रहस्य

Temple Mystery in Hindi: भारत में लाखों मंदिर हैं, जहां लोग प्रतिदिन श्रद्धाभाव से अपना शीश नवाने जाते हैं. आज हम आपको एक ऐसे रहस्यमयी शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां नंदी महाराज की प्रतिमा का आकार लगातार बढ़ता जा रहा है.

Mandir Mystery in Hindi: देश के इस मंदिर में लगातार बढ़ रहा नंदी प्रतिमा का आकार! समझने में वैज्ञानिक भी हुए फेल, जानें क्या है रहस्य

Yagyanti Uma Maheshwar Temple Mystery: भारत को मंदिरों का देश कहा जाता है. चूंकि मुल्क की 80 फीसदी आबादी सनातन धर्म का पालन करती है. इसलिए भारत के कोने-कोने में मंदिरों की तादाद होना स्वभाविक भी है. देश में सैकड़ों ऐसे प्राचीन मंदिर भी हैं. जिनके बारे में जानकर लोग हैरान रह जाते हैं. उनमें से कई मंदिर अनेक रहस्यों से भरे हैं, जिनके चमत्कारों को आज तक कोई भी समझ नहीं पाया है. आज हम आपको भारत के एक ऐसे अनोखे शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर नंदी महाराज की प्रतिमा का आकार लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसा क्यों हो रहा है, यह आज तक रहस्य बना हुआ है. 

कहां है ये अनोखा मंदिर?

जानकारों के मुताबिक, भगवान शिव से जुड़ा यह अनोखा मंदिर हैदराबाद से करीब 300 किमी दूर आंध्र प्रदेश के कुरनूल में बना हुआ है. इस मंदिर का नाम श्री यांगती उमा महेश्वर मंदिर है. कहते हैं कि इस मंदिर का निर्माण 15वीं सदी में विजयनगर साम्राज्य के संगम वंश के राजा हरिहर बुक्का राय ने करवाया था. इस मंदिर के निर्माण में वैष्णव परंपरा की छाप साफ नजर आती है. यही नहीं, मंदिर पर विजयनगर, चालुक्य, चोल और पल्लव शासकों की परंपराएं भी दिखती हैं. 

श्री यांगती मंदिर का इतिहास

मान्यताओं के अनुसार, इस शिव मंदिर की स्थापना ऋषि अगस्त्य ने की थी. वे इस स्थान पर भगवान वेंकटेश्वर का मंदिर बनवाना चाहते थे, लेकिन निर्माण के दौरान प्रतिमा का अंगूठा टूट गया. जिससे अगस्त्य ऋषि बहुत दुखी हुई. इसके बाद उन्होंने भोलेनाथ की आराधना की. उनकी भक्ति से भगवान शिव ने प्रकट होकर उन्हें दर्शन दिए. साथ ही कहा कि यह स्थान कैलाश की तरह दिखता है, इसलिए यहां पर उनका मंदिर बनाना ही सही रहेगा. 

मंदिर में क्यों नजर नहीं आते कौए?

इस मंदिर में आपको कौए नजर नहीं आते. कहते हैं कि जब ऋषि अगस्त्य तपस्या कर रहे थे, तब कौओं ने कांव-कांव करके उन्हें काफी परेशान किया. इससे नाराज होकर अगस्त्य मुनि ने उन्हें श्राप दिया कि वे अब कभी भी इस स्थान पर नहीं आ सकेंगे और अगर उन्होंने ऐसा किया तो वे मारे जाएंगे. इसके बाद कौए उस मंदिर के आसपास कभी नजर नहीं आए. 

बढ़ती जा रही है नंदी की प्रतिमा

इस मंदिर का सबसे बड़ा आश्चर्य वहां स्थापित नंदी जी की मूर्ति है. कहते हैं कि पत्थर से बनी इस प्रतिमा का आकार हर 20 साल में एक एंच बढ़ता जा रहा है. इसकी वजह से वहां लगे खंबों को एक-करके हटाना पड़ रहा है. मान्यता है कि कलयुग के अंत में नंदी अपनी लंबी नींद से जागकर विराट रूप में आ जाएंगे और इसके साथ ही धरती पर प्रलय आ जाएगी, जिसमें सब लोग मारे जाएंगे. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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