Telangana Election 2023: चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे रविवार को घोषित कर दिए गए. रुझानों के मुताबिक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार जाती नजर आ रही है. जबकि जिस राज्य में कांग्रेस एग्जिट पोल में जीतती नजर आ रही थी, वह सच साबित होता दिख रहा है. हम बात कर रहे हैं तेलंगाना की. कांग्रेस ने तेलंगाना में मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की एक दशक की सत्ता को उखाड़ फेंका है. खबर लिखे जाने तक रुझानों में कांग्रेस 65 सीटों पर आगे चल रही है. जबकि सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. बीजेपी 10 सीटों पर आगे है. जबकि एआईएमआईएम चार सीटों पर आगे है. अन्य के खाते में 2 सीटें हैं.
लेकिन कांग्रेस की इस दक्षिण भारत राज्य में जीत की स्क्रिप्ट आखिर किसने लिखी. चलिए जानते हैं. कर्नाटक के बाद एक और दक्षिण भारत राज्य में जीत के पीछे नायक 54 साल के तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को माना जा रहा है, जिन्होंने इस राज्य में पार्टी की तकदीर बदल दी.
रेवंत रेड्डी के काम करने के स्टाइल के कारण उनके पार्टी के विभिन्न स्तर पर कई विरोधी थे. इतना ही नहीं, वह रुझानों में बीआरएस के गढ़ कामारेड्डी में मुख्यमंत्री केसीआर के खिलाफ आगे चल रहे हैं.
रेवंत रेड्डी ने साल 2017 में कांग्रेस का हाथ थामा था. इससे पहले वह दो बार विधायक रह चुके हैं और फिलहाल लोकसभा में मलकजगिरी से लोकसभा सांसद हैं. वह इससे पहले चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी से विधायक रह चुके हैं.
साल 2021 में जब उनको तेलंगाना में कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया तो वह जमीन पर ज्यादा देखे गए. उन्होंने बीआरएस सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाया.
कर्नाटक से सबक लेते हुए कांग्रेस पार्टी ने रेवंत रेड्डी के विरोध के बावजूद उनको समर्थन दिया. रेड्डी को पार्टी के बड़े चेहरे के तौर पर पेश किया गया. उन्होंने बड़ी रैलियों को संबोधित किया और अकसर विभिन्न मौकों पर पार्टी आलाकमान के साथ नजर आए.
रेड्डी को केसीआर के सामने उतारने के पीछे भी कांग्रेस का मकसद उनकी इमेज को भुनाना था. अब वह कामारेड्डी में केसीआर से आगे चल रहे हैं. इसके अलावा रेड्डी एक अन्य सीट कोडंगल से भी आगे चल रहे हैं. जबकि केसीआर भी एक अन्य सीट गजवेल से चल रहे हैं, जहां से वह आगे चल रहे हैं.
चुनाव से पहले जब रेवंत रेड्डी से पूछा गया था कि अगर कांग्रेस जीतती है तो क्या वे मुख्यमंत्री होंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि पार्टी में एक स्क्रीनिंग कमेटी और सीडब्ल्यूसी है, जो मुख्यमंत्री पर फैसला लेगी. कांग्रेस में हर चीज की एक प्रक्रिया है. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मुझे आलाकमान का आदेश मानना होगा.
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