Mandira Bedi Interview: हिंदी सिनेमा की जानी-मानी एक्ट्रेस मंदिरा बेदी ने अपने करियर की शुरुआत 1994 में दूरदर्शन पर आए फेमस टीवी शो 'शांति' से की थी और अपने पहले ही शो से एक्ट्रेस ने घर-घर में अपनी पहचान बना ली थी. उनका अभिनय, नजाकत और प्यारी स्माइल उनके फैंस के दिलों में बस गई थीं. मंदिरा को इंडस्ट्री में 30 साल हो चुके हैं और वो आज भी एक्टिव हैं. अभिनय के साथ-साथ एक्ट्रेस क्रिकेट की होस्ट और एंकर भी रह चुकी हैं. यहां भी एक्ट्रेस ने नाम कमाया.
मंदिरा बेदी ने अपने 30 साल के करियर में कई टीवी शो और फिल्मों में काम किया. उनके अभिनय को खूब पसंद किया जाता है. वो हमेशा से अपने हर किरदार को शिद्दत के साथ निभाया करती थीं. साथ ही वो अपने हर काम को बेहद सादगी और पेशेवर की तरह ही किया करता था. एक्ट्रेस ने होस्टिंग के जरिए ही क्रिकेट इंडस्ट्री में भी खूब नाम कमाया. उन्हें साल 2003 में पहली महिला क्रिकेट प्रेजेंटर के तौर पर चुना गया था.
हालांकि, मंदिरा ने होस्टिंग में जितना नाम कमाया, उसके बदले उनको काफी नेगेटिविटी को झेलनी पड़ी थी. एक महिला क्रिकेट प्रेजेंटर के तौर पर लोग उनकी खूब आलोचना किया करते थे. इतना ही नहीं, लोग ये भी भूल चुके थे कि एक एंकर होने के साथ साथ वो एक एक्ट्रेस भी हैं. इतना ही नहीं, एक्ट्रेस ने अपने एक थ्रोबैक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि इंटरव्यू के दौरान लोग और क्रिकेटर्स उनको घूरते थे, जिससे वो कभी कभार डर भी जाया करती थीं.
मंदिरा बेदी ने कई खुलासे करते हुए बताया था कि टूर्नामेंट के दौरान प्री मैच शो के समय कई क्रिकेटर्स उन्हें घूर-घूरकर देखा करते थे. इतना ही नहीं, सवाल-जवाब के बीच क्रिकेटर्स को उनके सवाल बहुत बचकाने लगते थे. वो कहते थे कि ये क्या सवाल है? वो गुस्सा होकर मेरे सवालों का जवाब तक नहीं देते थे. कभी-कभी कोई खिलाड़ी अगर जवाब भी देता था तो वो मेरे सवाल से मेल नहीं खाया करता था. वो अपनी मर्जी का जवाब दिया करते थे.
मंदिरा ने बताया था कि कभी कभार वो खिलाड़ी ऐसा बर्ताव करते थे, जिससे मुझे काफी डर लगता था. साथ ही एक्ट्रेस ने ये भी खुलासा किया था कि पैनल में बैठे लोग उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे. वे ये नहीं चाहते थे कि एक महिला यानी मैं क्रिकेट शो की होस्टिंग करूं. मेरे बहुत सारे क्रिकेटर्स दोस्त थे, अब वो रिटायर हो चुके हैं, लेकिन तब पैनल में मेरा कोई दोस्त नहीं था, क्योंकि उनको मेरी ये दोस्ती तक पसंद नहीं थी.
एक्ट्रेस ने बताया था कि मुझे 150-200 महिलाओं में से चुना गया था, लेकिन उन्हें ये भी पसंद नहीं था कि कोई महिला साड़ी पहनकर, सज-धजकर क्रिकेट की बातें करे. मुझे किसी ने भी गाइड नहीं किया. मुझे बताया गया था कि आपके दिमाग में जो भी सवाल आता है वही पूछना है, लेकिन वो सही जवाब नहीं देते थे. मंदिरा ने 2003 वर्ल्ड कप के अलावा 2007 के वर्ल्ड कप और 2004, 2006 का चैंपियंस ट्रॉफी में भी एंकरिंग की है. साथ ही IPL के शुरुआती सीजन में भी वे नजर आ चुकी हैं.
मंदिरा बेदी ने साल 1999 में राज कौशल से शादी की थी, जो एक डायरेक्टर थे और प्रोडक्शन हाउस चलाया करते थे. दोनों का एक बेटा वीर भी है. इसके बाद उन्होंने 2020 में एक बेटी को गोद लिया, जिसका नाम तारा बेदी कौशल है. पति के निधन के बाद मंदिरा ने अपने करियर के साथ साथ अपने बच्चों और पति के प्रोडक्शन हाउस को भी खुद ही संभाला. मंदिर ने ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ बॉलीवुड में एंट्री की थी, जिसके बाद उन्होंने ‘दस कहानियां’, ‘इत्तेफाक’ और ‘साहो’ कई फिल्मों में काम किया.
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