बीजेपी ने 3 राज्यों में बंपर जीत दर्ज की है. बीजेपी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ में जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया. इसके साथ ही पार्टी ने तेलंगाना में भी 8 सीटों पर जीत दर्ज की और उसका वोट शेयर 2018 के मुकाबले दोगुना हो गया है. यानी कुल मिलाकर बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि वो क्या वजह हैं जो 'मोदी युग' बीजेपी को शक्तिशाली चुनावी मशीन बनाती हैं?
पीएम मोदी के रूप में बीजेपी के पास सबसे लोकप्रिय और विश्वसनीय नेता है. पीएम मोदी हर बार चुनाव अभियानों का खुद नेतृत्व करते हैं और पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाते हैं. मोदी लहर ने ही मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के खिलाफ निराशा को कम किया है. पीएम मोदी ने पार्टी के आधार को मजबूत किया है.
एक मजबूत वैचारिक आधार ने बीजेपी को चुनावों में एक बड़ा समर्थन दिया है. पार्टी इस पर हमेशा भरोसा करती है और इसका फायदा होता है. हालांकि, पार्टी को लगातार चुनाव जीतने के लिए अपने इस मूल आधार पर काम करना होगा.
भारत में आर्थिक रूप से लोगों की स्थिति असमान है. कोरोना महामारी के बाद इसके तेजी से बदलाव आया है. बीजेपी ने जमीनी स्थिति को भांप लिया. लोगों को मजबूत करने के लिए लगातार कल्याणकारी योजनाएं लेकर आई है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण एलपीजी की कीमतों में कमी, मुफ्त राशन योजना है.
राजनीति कभी स्थिर नहीं होती. मजबूत बुनियाद के बावजूद बीजेपी की लगातार सफलता का श्रेय उसके लचीलेपन को जाता है. पार्टी ने हमेशा जमीनी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बदलाव किया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण मध्य प्रदेश और राजस्थान में देखने को मिला. दोनों राज्यों में जब जरूरत पड़ी तो पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनावी मैदान में उतार दिया.
कोई भी पार्टी जमीनी स्तर पर जितनी मजबूत होती है, उसकी चुनावी रणनीति भी उतनी ही अच्छी होती है. बीजेपी विचारों को वास्तविकता में बदलने में सबसे आगे है. बीजेपी के अंदर मतदाताओं को यह विश्वास दिलाने की क्षमता है कि वह अपने वादों को पूरा कर सकती है. कुछ राज्यों में ताकतवर क्षेत्रीय पार्टियों को भी बीजेपी ने पछाड़ दिया है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण यूपी है.
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