Pakistan की फूटी किस्मत, टूट गई 'गुल्लक'! IMF ने भी दे दिया तगड़ा झटका
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Pakistan की फूटी किस्मत, टूट गई 'गुल्लक'! IMF ने भी दे दिया तगड़ा झटका

Pakistan Economic Crisis: आईएमएफ (IMF) ने पाकिस्तान के पेंच कसे हैं. मौजूदा आर्थिक हालात के हिसाब से अगर कर्ज नहीं मिलता है ये पूरा बजट अगर एक बिल्डिंग है तो इसके सारे पिलर वो IMF के हाथ में हैं. IMF अगर पैसे देगा तो ये कहानी चलेगी और याद रखिए कि अगले 1 साल में पाकिस्तान को 22 अरब डॉलर का कर्ज वापस करना है.

Pakistan की फूटी किस्मत, टूट गई 'गुल्लक'! IMF ने भी दे दिया तगड़ा झटका

Pakistan Budget 2023: बद से बदतर हालात का सामना कर रहा पाकिस्तान (Pakistan) एक बार फिर अपनी किस्मत पर रो रहा है, पाकिस्तान ने अपने देश का बजट (Pakistan Budget) तो पेश किया लेकिन वही गलती दोहरा दी जिससे एक बार फिर IMF उसके कटोरे में चवन्नी भी नहीं डालने वाला है. वहीं हैरानी की बात तो ये भी है कि शहबाज शरीफ की फूटी गुल्लक में चिल्लर तो हैं, लेकिन देश की बदहाली दूर करने वाला खजाना खाली है. शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) सरकार फेल है, आर्थिक हालात सुधारने की हर कोशिश नाकाम हो चुकी है, इसका सबूत पेश हुए बजट ने भी दे दिया. पाकिस्तान में बजट पेश होने के बाद वहीं की जनता शहबाज सरकार का मजाक उड़ा रही है. सरकार ने बजट में जो भी बड़े-बड़े दावे किए हैं उन दावों पर पाकिस्तान की मीडिया को भी भरोसा नहीं है.

IMF को आंखें दिखाना पड़ा भारी

बता दें कि पाकिस्तान ने 2023-24 के लिए कुल 14.46 ट्रिलियन रुपये का बजट पेश किया है. मगर इसमें महंगाई से निपटने के कोई इंतजाम नहीं हैं यानी गरीबों के लिए बजट में कुछ भी नहीं. पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि सरकार की सबसे बड़ी नाकामी महंगाई में कमी और डॉलर कंट्रोल करने में हुई है. बीते 1 साल में डॉलर की कीमत तकरीबन 100 रुपये बढ़ चुकी है और हद ये है कि IMF को आंखें दिखाने वाले इशाक डार अब प्लान बी की बात कर रहे हैं.

महंगाई को नहीं कर पाए काबू

उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान एशिया का सबसे ज्यादा महंगाई वाला देश बन चुका है. PDM सरकार डेढ़ साल बाद भी महंगाई काबू नहीं कर पाई है, नाकाम रही इसे काबू करने में. पिछले बजट में इसी सरकार ने महंगाई 11.30 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था वो अब 29 प्रतिशत पहुंच गई है.

भुखमरी की मार झेल रहा पाकिस्तान

पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने कहा कि बजट में किसी भी तरह का नया टैक्स शामिल नहीं किया है. मगर मंहगाई, आर्थिक बदहाली और भुखमरी की मार झेल रही पाकिस्तान सरकार ने एक बार फिर से डिफेंस बजट को बढ़ाया है. इस बार रक्षा बजट 1.8 लाख करोड़ किया गया है जो पिछली बार के मुकाबले 15.4 फीसदी ज्यादा है. पिछले बजट में डिफेंस के लिए 1.52 लाख करोड़ थे, जो अब 284 अरब रुपये बढ़कर 1.8 लाख करोड़ हो चुका है.

गौरतलब है कि एक तरफ पाकिस्तान के लोग दो वक्त की रोटी के लिए परेशान हैं. कुछ महीने पहले आटे की लाइन में भगदड़ मचने और गोली चलने की वजह से कई लोग भूखे ही मर गए. इसके बावजूद डिफेंस बजट बढ़ाने पर सवाल उठ रहे हैं. पाकिस्तान में बजट आना या ना आना एक जैसा ही है क्योंकि उसे कर्जा चुकाने में भी अपना सब कुछ लुटाना पड़ रहा है. IMF पाकिस्तान को साइड लाइन कर चुका है ऐसे में कंगाली दूर करने और डिफॉल्ट होने से बचने का पाकिस्तान के पास कोई रास्ता नहीं है.

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