Pakistan Thief: कराची में कलेक्ट्रेट ऑफ कस्टम्स इंफोर्समेंट (सीसीई) ने यूके नेशनल क्राइम एजेंसी से सूचना मिलने के बाद शनिवार को यहां के पॉश डीएचए इलाके में एक बंगले पर छापा मारा. पुलिस को सूचना दी गई थी कि यहां चोरी की एक कार रखी गई है. पुलिस ने छापा मारा तो अंदर एक चोरी हुई बेंटले मल्सैन सेडान कार खड़ी मिली.
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Pakistan Biggest Thiev: आमतौर पर कार चोरी की खबरें अक्सर आप पढ़ते होंगे. इसमें वारदात के बाद कार को आसपास के शहरों में ही बेच दिया जाता है या डंप कर दिया जाता है, लेकिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से चोरी की एक ऐसी खबर सामने आई है, जिस पर भरोसा कर पाना थोड़ा मुश्किल है. लोग इसे गलत खबर मान रहे हैं, लेकिन यह हकीकत है. दरअसल, यहां के कराची में पुलिस ने 1 हफ्ते पहले चोरी हुई कार को बरामद किया है. हैरानी की बात ये है कि यह कार सात समुंदर पार लंदन से चोरी हुई थी. कार भी ऐसी-वैसी नहीं बल्कि लग्जरी बेंटले कार थी.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, कराची में कलेक्ट्रेट ऑफ कस्टम्स इंफोर्समेंट (सीसीई) ने यूके नेशनल क्राइम एजेंसी से सूचना मिलने के बाद शनिवार को यहां के पॉश डीएचए इलाके में एक बंगले पर छापा मारा. पुलिस को सूचना दी गई थी कि यहां चोरी की एक कार रखी गई है. पुलिस ने छापा मारा तो अंदर एक चोरी हुई बेंटले मल्सैन सेडान कार खड़ी मिली. ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो में कुछ लोगों द्वारा बेंटले को धक्का देते हुए दिखाया गया है, जो कार को हिलाने की कोशिश करते दिख रहे हैं.
Custom raided a house in DHA Karachi to recover Bentley which was allegedly stolen from London. pic.twitter.com/xoXvQIgiNO
— Usama Qureshi (@UsamaQureshy) September 3, 2022
इस वजह से पुलिस कर पाई ट्रेस
अधिकारियों ने बताया कि चोरी में शामिल लोग तमाम कोशिश करके कार को बेशक यहां तक ले आए, लेकिन वे बेंटले में ट्रेसिंग ट्रैकर को हटाने या बंद करने में विफल रहे, जिससे यूके के अधिकारियों को वाहन के सटीक स्थान का पता लगाने में मदद मिली. छापे के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि वाहन का पंजीकरण नंबर फर्जी था. उन्होंने पाया कि कार का चेसिस नंबर ब्रिटेन के अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए चोरी के वाहन के विवरण से मेल खाता था.
एक राजनयिक के दस्तावेजों का किया गलत यूज
रिपोर्ट के मुताबिक, विभाग ने मकान मालिक और वाहन बेचने वाले दलाल को मकान मालिक के पर्याप्त दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराने पर हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि कुछ हफ्ते पहले लंदन में यह कार चोरी हुई थी. वारदात में शामिल लोग पूर्वी यूरोपीय देश के एक शीर्ष राजनयिक के दस्तावेजों का उपयोग करके पाकिस्तान में कार आयात करने में कामयाब रहे. कहा जाता है कि उक्त राजनयिक को अब उनकी सरकार ने वापस बुला लिया है. सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, चोरी के वाहन की तस्करी के कारण ₹300 मिलियन से अधिक के कर की चोरी की गई. सीमा शुल्क अधिकारी ने कहा कि वे अभी भी पूरे रैकेट के मुख्य मास्टरमाइंड की तलाश कर रहे हैं.
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