ग्रेजुएशन में 5 सब्जेक्ट में आई थी बैक, पिता का हो गया था निधन, महज 15 दिनों की तैयारी से श्रुति शर्मा ने क्लियर किया UPSC एग्जाम
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ग्रेजुएशन में 5 सब्जेक्ट में आई थी बैक, पिता का हो गया था निधन, महज 15 दिनों की तैयारी से श्रुति शर्मा ने क्लियर किया UPSC एग्जाम

UPSC Strategy: श्रुति शर्मा अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए बताती हैं कि उन्होंने बीटेक में एडमिशन लिया था. कॉलेज जाकर पढ़ाई भी की थी. लेकिन फर्स्ट ईयर में ही उनकी 2 विषयों में बैक लग गई थी. साथ ही सेकेंड ईयर में उनकी 3 विषयों में बैक लगी थी.

ग्रेजुएशन में 5 सब्जेक्ट में आई थी बैक, पिता का हो गया था निधन, महज 15 दिनों की तैयारी से श्रुति शर्मा ने क्लियर किया UPSC एग्जाम

UPSC PreparationTime Table: UPSC क्लीयर करना हजारों युवाओं का सपना होता है. यह देश की सबसे मुश्किल परीक्षा मानी जाती है. लेकिन यदि हम आपसे कहे कि जिसके बीटेक के 5 सब्जेक्ट्स में बैक लग गई थी उसने UPSC की इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जाम सिर्फ 15 दिन की तैयारी में पास कर ली, तो आपको हैरानी जरूर होगी. लेकिन ये सच है और IES अधिकारी श्रुति शर्मा ने यह कमाल किया है.

बीटेक में लगी 5 विषयों में बैक

श्रुति शर्मा बताती हैं कि उन्होंने बीटेक में एडमिशन लिया. कॉलेज में जाकर पढाई भी की. लेकिन कॉलेज के दिनों में वो दोस्तों के साथ मस्ती करने में ज्यादा टाइम बिताती थीं. इसकी वजह से फर्स्ट ईयर में उनकी 2 विषयों में बैक लग गई. इतना ही नहीं, सेकेंड ईयर में उनके 3 विषयों में बैक लग गई. श्रुति कहती हैं, "किसी तरह मैंने बीटेक पूरा कर लिया".

गेट में आई अच्छी रैंक, पर खुश नहीं थीं श्रुति

श्रुति ने एक कार्यक्रम में बताया था कि इस बीच उनके पिता की तबीयत बहुत बिगड़ गई थी. वे हॉस्पिटल में एडमिट थे. इधर, श्रुति ने गेट की परीक्षा दी लेकिन उनकी रैंक अच्छी नहीं आई. उन्होंने दोबारा परीक्षा दी और वह कामयाब हो गईं. लेकिन वह खुश नहीं थीं क्योंकि उनके पिता की तबीयत लगातार खराब होती जा रही थी.

दोस्तों के कहने पर दी यूपीएससी की परीक्षा

इसके बाद श्रुति ने दोस्तों के कहने पर यूपीएससी की परीक्षा दी. पहली चांस में वो 2 नंबरों से चयनित होने से रह गईं. लेकिन उनको एक भरोसा हो गया कि वे इसे क्रैक कर सकती हैं. उन्होंने दूसरी बार कोशिश की, लेकिन इस बार भी असफल रहीं. इधर, उनके पिता की हालत बिल्कुल खराब हो गई थी और कुछ दिनों बाद वे चल बसे.

पिता के निधन से टूट चुकी थीं श्रुति

श्रुति बताती हैं कि पिता के निधन के बाद वो बुरी तरह टूट चुकी थीं लेकिन उन्होंने ठान लिया था कि हार नहीं मानेंगी. हालांकि, तीसरी बार परीक्षा के लिए वह ठीक से तैयारी नहीं कर पाई थीं. महज 15 दिन तैयारी करके उन्होंने परीक्षा दी और इस बार वे सफल हो गईं. श्रुति के मुताबिक, "जीवन में परेशानियां तो आती हैं लेकिन आपको इन्हें पार करना आना चाहिए." 

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