Heart Attack से मौत के बढ़ते मामलों पर ध्यान देना क्यों है जरूरी? जानिए बचने के लिए क्या करें
Advertisement
trendingNow12027619

Heart Attack से मौत के बढ़ते मामलों पर ध्यान देना क्यों है जरूरी? जानिए बचने के लिए क्या करें

Dil Ki Beemariyan: दिल हमारे शरीर का एक बेहद अहम अंग है. अगर ये ठीक से काम न करे, तो मौत का कारण बन सकता है. इसलिए बेहतर है कि इस परेशानी को लेकर बात की जाए, जिससे समाधान निकल सके.

Heart Attack से मौत के बढ़ते मामलों पर ध्यान देना क्यों है जरूरी? जानिए बचने के लिए क्या करें

Cardiovascular Diseases Related Death: पिछले कुछ वक्त से दुनियाभर में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के मामले तेजी से बढ़े हैं, हमने देखा है कि आम से लेकर खास लोग कम उम्र में हार्ट अटैक या दिल से जुड़ी दूसरी बीमारियों की वजह से मौत के शिकार हो रहे. इनमें से काफी लोग यंग एज ग्रुप के भी है. ऐसी बीमारियां अलार्मिंग रेट से बढ़ रही है, जिसे वक्त रहते ध्यान देना जरूरी है, वरना ऐसा न हो कि कई और लोगों को अपनी जान गंवानी पड़े.

क्यों आता है हार्ट अटैक?
आमतौर पर दिल की बीमारियों के कई रिस्क फैक्टर्स हैं जिनसे हर हाल में बचना जरूरी है, जैसे- हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर, फिजिकली एक्टिविटी का न होना, हद से ज्यादा स्मोकिंग करना, बहुत अधिक शराब पीना. हालांकि आजकल फिट रहने और हेल्दी डाइट खाने वालों को भी दिल का दौरा पड़ रहा है, जो समझ से बाहर है

लगातार बढ़ रहे हैं मौत के आंकड़े

वर्ल्ड हेल्थ फेडरेशन के मुताबिक दुनियाभर में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से होने वाली मौत की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. 1990 में में ये आंकड़ा 1 करोड़ 21 लाख का था ज साल 2021 में बढ़कर 2 करोड़ 5 लाख तक पहुंच गया. दिल की बीमारियां वर्ल्ड वाइड डेथ का एक बड़ा कारण बन चुका है. लो और मिडिल इनकम वाले देशों में ये तदाद ज्यादा है.

भारत को सतर्क होने की जरूरत
भारत की बात करें तो कार्डियोवैस्कुलर डिजीज एक साइलेंट किलर बन चुका है, जो खासकर बुजुर्गों को तो शिकार बनाता ही है, लेकिन युवा वर्ग भी इससे काफी ज्यादा प्रभावित हो चुका है. ऐसे में इस बात का पता लगाने की जरूरत है कि ऐसा आखिर क्यों हो रहा है.

आप क्या कर सकते हैं?
मौत और बीमारी पर किसी का कंट्रोल नहीं होता, लेकिन हम कुछ खास बातों का ध्यान रखकर हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं. बेहतर है कि आप अपनी डेली लाइफस्टाइल और फूड हैबिट्स को हेल्दी बनाएं. ऑयली, स्वीट और सॉल्टी फूड्स से दूर रहें,  डेली एक्सरसाइज के लिए एक घंटे निकालें, शराब-सिरगेट से तौबा करें और अपना रेग्युलर हेल्थ चेक-अप कराते रहें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

Trending news