Guess Who Is This 70s Top Actress: फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई स्टार्स हैं, जिनकी जिंदगी से जुड़े ऐसे कई किस्से हैं, जो कभी-कभी उनके फैंस को हैरान भी करते हैं. आज हम आपको 70 के दशक की एक ऐसी ही बेहतरीन और टॉप एक्ट्रेस के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने फिल्म करियर के दौरान न जाने कितनी फिल्में दी हैं और कई बड़े स्टार्स के साथ काम किया है. लेकिन फिर अचानक ही इस एक्ट्रेस ने करियर के पीक पर फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी. इतना ही नहीं, इस एक्ट्रेस को प्यार भी हुआ तो एक शादीशुदा मुख्यमंत्री से हुआ था. क्या आप जानते हैं इस एक्ट्रेस को?
फिल्म इंडस्ट्री में कई स्टार्स ऐसे हैं, जिनकी पर्सनल लाइफ के बारे में उनके फैंस जानते ही नहीं. आज हम आपको एक ऐसी ही एक्ट्रेस के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका नाम आज भी देश की सबसे अमीर एक्ट्रेसेस की लिस्ट में गिना जाता है. उन्होंने अपने करियर में कई हिट फिल्मों में काम करने के साथ-साथ काफी शोहरत और दौलत भी कमाई. इतना ही नहीं, इस एक्ट्रेस के नेटवर्थ की तुलना आज करोड़ों चार्ज करने वालीं एक्ट्रेसेस भी नहीं कर पाईं. ये एक ऐसा नाम है, जिन्होंने अपने करियर के पीक पर फिल्मों से संन्यास ले लिया था.
हाल ही में हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में जूही चावला को सबसे अमीर एक्ट्रेस बताया, जिनकी कुल संपत्ति 4600 करोड़ रुपये है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लगभग 30 साल पहले एक ऐसी एक्ट्रेस थीं, जो जूही से भी ज्यादा अमीर थीं. उनकी दौलत इतनी थी कि बड़े-बड़े राजघराने भी उनके सामने छोटे लगते थे. ये एक्ट्रेस अपनी संपत्ति के साथ-साथ फिल्मों और एक शादीशुदा मुख्यमंत्री के साथ अफेयर की खबरों की वजह से भी काफी चर्चा में रहीं. हम यहां 70 के दशक की टॉप एक्ट्रेस जयराम जयललिता की बात कर रहे हैं.
जे जयललिता ने अपने करियर की शुरुआत 60 के दशक में की थी. तमिल, तेलुगु और हिंदी फिल्मों में काम किया. जयललिता ने अपने करियर में लगभग 300 फिल्मों में काम किया. वे तमिल और तेलुगु सिनेमा की सुपरस्टार थीं और उन्होंने कुछ बॉलीवुड हिट फिल्मों में भी काम किया. उन्होंने 1968 में धर्मेंद्र की फिल्म 'इज्जत' से बॉलीवुड में कदम रखा. हालांकि, फिल्मों से ज्यादा चर्चा उन्होंने राजनीति में आकर बटोरी और काफी संपत्ति भी बनाई. करियर के पीक पर उन्हें फेमस एक्टर शोभन बाबू से प्यार हुआ. लेकिन वे शादीशुदा थे. दोनों की साथ में आखिरी फिल्म 'डॉक्टर बाबू' थी.
इसके बाद जयललिता के करीबी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमजीआर ने उन्हें राजनीति में आने का सुझाव दिया. 1980 में जयललिता ने अपने शानदार फिल्मी करियर को छोड़कर राजनीति की दुनिया में कदम रखा और एमजीआर की पार्टी AIADMK का हिस्सा बन गईं. पार्टी में उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी, जिससे उनके विरोधी भी सक्रिय हो गए. इस दौरान उन पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे. 1997 में चेन्नई के पोएस गार्डन स्थित उनके घर पर छापेमारी हुई थी. इस दौरान उन पर आय से ज्यादा संपत्ति रखने के आरोप लगे. अधिकारियों ने दावा किया कि उन्होंने अपनी संपत्ति 188 करोड़ रुपये बताई थी, लेकिन जांच में उनकी कुल संपत्ति लगभग 900 करोड़ रुपये पाई गई.
जयललिता अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी चर्चाओं में रहीं. शोभन बाबू के अलावा उनका नाम शादीशुदा एमजीआर के साथ भी जोड़ा गया. बताया जाता है कि वे उनसे शादी करना चाहती थीं, लेकिन एमजीआर पहले से शादीशुदा थे और वे कभी उन्हें एक पत्नी का दर्जा नहीं दे पाए. जयललिता की शादी को लेकर ये भी कई तरह की अफवाहें सामने आई थीं. शादी और प्यार से जुड़ी उनकी ख्वाहिश कभी पूरी नहीं हो पाई. इसके बाद, उन्होंने अपने भतीजे सुधाकरण को गोद लेकर अपने जीवन में मां की भूमिका निभाई, हालांकि उन्होंने कभी शादी नहीं की.
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