PCOS And PCOD Diet: हार्मोन से जुड़ी इस समस्या को कंट्रोल करने के लिए सही डाइट लेना बहुत जरूरी है. यहां आप 5 ऐसे फूड्स के बारे में जान सकते हैं, जिसके सेवन से पीसीओएस और पीसीओडी के लक्षणों से डील करने में मदद मिलती है.
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पीसीओएस और पीसीओडी हार्मोनल असंतुलन के कारण महिलाओं में होने वाली बीमारी है. यह समस्या पीरियड्स शुरू होने के बाद होती है. वैसे तो पीसीओएस और पीसीओडी दोनों ही एक ऐसी कंडीशन है जिसमें ओवरी नकारात्मक रूप से प्रभावित होती है और एग सिस्ट में बदलते हैं.
लेकिन इसमें सिर्फ प्रोसेस का अंतर होता है. पोलिस्टिक ओवरी डिजीज (PCOD) में ओवरी इनमैच्योर एग्स बनाता है, जो सिस्ट में बदलते हैं. और पोलिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में ओवरी बहुत ज्यादा मेल हार्मोन बनाने लगता है, जिससे एग सिस्ट में बदले लगते हैं. इन दोनों कंडीशन के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी का खतरा होता है. लेकिन विटामिन सी के लेवल को कंट्रोल रखना सबसे ज्यादा जरूरी है, वरना इसकी कमी परेशानी को और गंभीर बना सकती है.
लक्षण
PCOD- अनियमित पीरियड्स, ओवरी में सूजन
PCOS- अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना, मुंहासे, फेशियल हेयर
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विटामिन सी की अहमियत
विटामिन सी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो हार्मोन को बैलेंस करने के लिए जरूरी है. विटामिन सी फ्री रेडिकल्स से लड़ता है, सूजन कम करता हैं और सेल्युलर हेल्थ को भी इंप्रूव करने में मदद करता है. साथ ही इंसुलिन रेजिस्टेंस की परेशानी को भी कंट्रोल रखता है, जो कि पीसीओएस और पीसीओडी महिलाओं में बहुत कॉमन होता है.
PCOD और PCOS में खाएं ये 5 फूड्स
कद्दू
कद्दू फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है. इसके अलावा कद्दू विटामिन ए और सी का भी अच्छा स्रोत है, जो हार्मोन संतुलन के लिए जरूरी हैं.
ब्रोकली
ब्रोकली में भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है. इसमें लो कैलोरी होने के साथ कई तरह के विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो हार्मोन संतुलन को आसान बनाते है.
टमाटर
टमाटर में अच्छी मात्रा में विटामिन सी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो ओवरी में सूजन को कम करता है, जिससे पीसीओएस के लक्षण कंट्रोल रहते हैं.
नींबू
नींबू को डाइट में शामिल करना बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है, यदि आप पीसीओएस और पीसीओडी जैसी हार्मोनल कंडीशन का सामना कर रहे हैं. यह विटामिन सी की कमी से बचाव के साथ ब्लड शुगर को भी बढ़ने से रोकता है.
सरसों का साग
सरसों के साग में विटामिन सी के साथ फाइबर, कैल्शियम, विटामिन ए जैसे पोषक तत्व शामिल होते हैं. इसके सेवन से हार्मोन संतुलन में बहुत मदद मिलती है. इसके साथ ही ठंड के दिनों में इसके सेवन से कई फायदे भी होते हैं.
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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.