हम सभी जानते हैं कि विटामिन और सप्लीमेंट्स हमारी सेहत के लिए महत्वपूर्ण हैं. वे हमें पोषक तत्व प्रदान करते हैं जिनकी हमें आवश्यकता होती है और हमें हेल्दी रहने में मदद करते हैं.
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हम सभी जानते हैं कि विटामिन और सप्लीमेंट्स हमारी सेहत के लिए महत्वपूर्ण हैं. वे हमें पोषक तत्व प्रदान करते हैं जिनकी हमें आवश्यकता होती है और हमें हेल्दी रहने में मदद करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ विटामिन और सप्लीमेंट्स को एक साथ लेने से हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं? यह सच है! कुछ पोषक तत्व एक दूसरे के अवशोषण या प्रभाव को कम कर सकते हैं. कुछ मामलों में, वे गंभीर नुकसान भी पैदा कर सकते हैं.
इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप उन विटामिन और सप्लीमेंट्स के बारे में जानते हैं जिन्हें आपको कभी भी एक साथ नहीं लेना चाहिए. इस लेख में, हम उन सामान्य विटामिन और सप्लीमेंट्स पर चर्चा करेंगे जिन्हें मिलाने से बचना चाहिए. साथ ही, हम आपको बताएंगे कि ऐसा क्यों होता है और इससे क्या नुकसान हो सकते हैं.
फैट सॉल्युबल और वॉटर सॉल्युबल विटामिन
सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि फैट सॉल्युबल और वॉटर सॉल्युबल (पानी में घुलनशील) विटामिन में क्या अंतर है? फैट सॉल्युबल विटामिन (जैसे विटामिन डी) खाने के साथ लेने पर सबसे अच्छे से तरीके से ऑब्जर्ब होते हैं क्योंकि ये फैट में घुल जाते हैं. दूसरी ओर, पानी में वॉटर सॉल्युबल (जैसे विटामिन सी और बी12) पानी में घुल जाते हैं और आमतौर पर खाली पेट अधिक प्रभावी ढंग से ऑब्जर्ब होते हैं. इसलिए, फैट सॉल्युबल और वॉटर सॉल्युबल विटामिन को मिलाने से उनकी अवशोषण प्रक्रिया में बाधा आ सकती है, जिससे उनके प्रभाव कम हो सकते हैं.
कैल्शियम और आयरन
कैल्शियम और आयरन दो जरूरी मिनिरल्स हैं जिन्हें अलग-अलग लिया जाना चाहिए. साथ में लेने पर कैल्शियम आयरन के ऑब्जर्व को रोक सकता है, जिससे यह कम प्रभावी हो जाता है. दोनों सप्लिमेंट्स के ज्यादा फायदों के लिए, उन्हें कम से कम दो घंटे के अंतराल पर लेने की सलाह दी जाती है. आसान याद रखने के लिए, एक को सुबह और दूसरे को शाम को लें, ताकि शरीर द्वारा सही ऑब्जर्व और उपयोग सुनिश्चित हो सके.
जिंक और कॉपर
जिंक और कॉपर माइक्रोन्यूट्रिएंट्स हैं जो शरीर के अंदर ऑब्जर्व के लिए लड़ाई करते हैं. इन्हें एक साथ लेने से दोनों सप्लिमेंट्स की प्रभावशीलता कम हो सकती है. इससे बचने के लिए, ऐसे सप्लिमेंट का चयन करें जो जिंक और कॉपर का बैलेंस रेशियो प्रदान करता है या उनके सेवन को पूरे दिन में कम से कम दो घंटे के अंतराल से बांट दें. ऐसा करने से, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हर एक माइक्रोन्यूट्रिएंट्स शरीर द्वारा अच्छे से ऑब्जर्व और उपयोग किया जाता है.
मैग्नीशियम और कैल्शियम
भले ही मैग्नीशियम और कैल्शियम दोनों हड्डियों की सेहत और मसल्स के काम के लिए जरूरी हैं, लेकिन एक साथ लेने पर ये एक दूसरे के ऑब्जर्व में बाधा डाल सकते हैं. इस हस्तक्षेप से बचने के लिए, मैग्नीशियम और कैल्शियम सप्लिमेंट को दिन के अलग-अलग समय पर लेने की सलाह दी जाती है. उनके सेवन में अंतर कर के आप उनके ऑब्जर्व को अनुकूलित कर सकते हैं और उनकी प्रभाव को कम करने वाली किसी भी संभावित परस्पर क्रिया को रोक सकते हैं.
विटामिन सी और विटामिन बी12
भले ही विटामिन सी और विटामिन बी12 दोनों ही शरीर के लिए जरूरी हैं, लेकिन विटामिन सी की ज्यादा मात्रा विटामिन बी12 को सोखने और इस्तेमाल करने में दिक्कत पैदा कर सकती है. इसलिए, इन दोनों को अलग-अलग समय पर लेना या कम से कम दो घंटे का अंतर रखना सबसे अच्छा है.