क्या आप जानते हैं कि जिन दवाइयों को आप अपने इलाज के लिए ले रहे हैं, वो कौन सी हैं? आप एलोपैथी दवा ले रहें या होम्योपैथी? अगर आप इनके बीच का अंतर् नहीं जानते हैं तो हमारे इस लेख को जरूर पढ़ें.
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तबीयत खराब होने पर हम सभी डॉक्टर के पास जाते हैं, क्योंकि वो जो दवा देते हैं वो हमारी परेशानी को ठीक कर देती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जो दवा आप खा रहे हैं, वो कौन-सी है. अगर आप इस विषय को लेकर कंफ्यूज हैं कि एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेद की दवाइयों में क्या अंतर है. अगर नहीं तो आज का लेख आपके लिए खास है. आज हम आपको लेख में एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेद दवाइयों के बीच अंतर बताने वाले हैं.
होम्योपैथी
आम भाषा में कहें तो होम्योपैथी वो छोटी-छोटी सफ़ेद दवाइयां होती हैं, जिनमें पौधे और खनिज जैसे जैसे प्राकृतिक पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है. होम्योपैथिक दवाइयां अचानक होने वाले रोगों के साथ-साथ पुरानी जड़ वाले रोगों को दूर करने में भी फायदेमंद होती हैं, जैसे बुखार, खांसी, गठिया और डाइबिटीज़।
होम्योपैथी के कई फायदे भी हैं
- यह बिना किसी नुकसान से किए जाने इलाज का तरीका है.
- बच्चों और बड़ों, हर उम्र के लोगों के इलाज यह फायदेमंद है.
एलोपैथी
एलोपैथी पर ज्यादातर लोग भरोसा करते हैं क्योंकि यह परेशानी का तुरंत इलाज करता है, लेकिन यह बिलकुल नहीं कहा जा सकता है इससे बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है. एलोपैथी की दवाइयों को आम भाषा में अंग्रेजी दवाइयां भी कहा जाता है. यह आपकी बीमारी को कुछ समय के लिए ठीक कर देते हैं. एलोपैथिक दवाइयां बीमारी के लक्षणों पर काम करती है.
एलोपैथी के फायदे
- एलोपैथिक दवाइयों से तुरंत फायदा या आराम मिलता है.
- इसी के अंदर सर्जिकल ऑपरेशन भी शामिल है.
- इंजेक्शन और एंटीबायोटिक्स इसके माध्यम हैं.
आयुर्वेद
आयुर्वेद से किया जाना वाला इलाज बहुत ही धीमा होता है, लेकिन यह बीमारी को जड़ से खत्म करने में कारगर है. इसके धीमे असर, लम्बे कोर्स और और महंगी जड़ी बूटियों की वहज से लोगों का रुझान आयुर्वेद की तरफ कम होता है. लेकीन कोरोना के दौरान लोगों ने आयुर्वेद की तरफ रुख किया है.
आयुर्वेद के फायदे
- आयुर्वेदिक दवाइयों का बहुत कम साइड इफ़ेक्ट होता है.
- इसमें किसी भी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता है, सभी दवाइयां नेचुरल पदार्थों से बनाई जाती हैं.
- इसमें कई सारे घरेलू नुस्खे भी शामिल हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमें इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.