तरक्की की नई 'उड़ान' भर रहा है उत्तर प्रदेश, शिक्षा-स्वास्थ्य से पेयजल तक बदली तस्वीर
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तरक्की की नई 'उड़ान' भर रहा है उत्तर प्रदेश, शिक्षा-स्वास्थ्य से पेयजल तक बदली तस्वीर

 Agra Udaan : आगरा में ज़ी उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के कार्यक्रम उड़ान में हमने पर्यटन से लेकर शिक्षा समेत तमाम मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों और समाज के प्रबुद्ध जनों से बात की. इस मौके पर प्रसिद्ध अभिनेता शेखर सुमन की मौजूदगी ने कार्यक्रम को और खास बना दिया.

तरक्की की नई 'उड़ान' भर रहा है उत्तर प्रदेश, शिक्षा-स्वास्थ्य से पेयजल तक बदली तस्वीर

आगरा : 28 जुलाई को ज़ी उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की खास पेशकश 'उड़ान' कार्यक्रम का आयोजन किया गया.कार्यक्रम में अभिनेता शेखर सुमन की खास मौजूदगी रही. इस मौके पर ज़ी यूपी-उत्तराखंड के चैनल हेड रमेश चंद्रा ने शेखर सुमन को सम्मानित किया. कार्यक्रम का आयोजन ताज नगरी आगरा में किया गया. शेखर सुमन से जब पूछा गया कि अभिनेता के वर्चुअल और निजी जिंदगी में कितना अंतर होता है. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ''दोनों में काफी फर्क होता है. निजी जिंदगी और फिल्मों के किरदार में काफी अंतर होता है. एक कलाकार एक किरदार गढ़ता है. उस किरदार को वह अपने  तरीके से  पेश करता है.  

ज़ी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड ने जब उनसे पूछा कि पटना से जब आप मुंबई गए तो उस वक्त की क्या यादें हैं? इस सवाल पर शेखर सुमन ने कहा कि ''मेरे पिता जी ने शेखर सुमन नाम रखा तो कई बार लोगों को पता ही नहीं चलता कि मैं कहां से हूं. और यदि थोड़ा भाषा सही हो तो पहचानना मुश्किल हो जाता है. ऐसा ही मेरे साथ होता है. हां, मैंने कई बार लोगों से पूछा कि लगते नहीं हैं या दिखते नहीं हैं, इसका मतलब क्या है? मैं लोगों से यही कहता हूं कि बिहार की अपनी एक विशेषता है. एक मिठास है. हर प्रदेश की अपनी भाषा और मिठास होती है. हां, अभिनय और कला के क्षेत्र में भाषा का विशेष ख्याल रखना पड़ता है. ये बात और है कि भाषा को लेकर बॉलीवुड और मीडिया भी अब उस रूप में गंभीर नजर नहीं आता, यह चिंताजनक है. मेरे अंदर आज जो भी प्रतिभा है वह बिहार की वजह से है.'' 

उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया विकास का रोडमैप

आगरा में ज़ी उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के कार्यक्रम उड़ान में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने भी मंच सांझा किया. इस दौरान आगरा शहर की समस्याओं पर उन्होंने बताया कि ''कभी पानी के लिए परेशान रहने वाले आगरा में अब गंगाजल से जल आपूर्ति सुनिश्चित हो रही है. वहीं शिक्षा की स्थिति में भी बहुत सुधार किया गया है.'' जब उनसे पूछा गया कि आपके कार्यकाल में आगरा में कितना विकास हुआ तो उन्होंने कहा कि ''मैं जब पहली बार निर्वाचित हुआ उस समय 100 एमएलडी पानी प्रति दिन यमुना से मिलता था, जबकि 400 एमएलडी पानी की जरूरत थी. उस समय मैंने जल संकट के समाधान का संकल्प लिया. 2019 में यह संकल्प पूरा हुआ.''

उन्होंने कहा कि '' 9 जनवरी 2019 को पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी के प्रयास से यमुना के शहर में गंगाजी का जल भी पहुंचना संभव हुआ. अब यहां के हर घर को पर्याप्त पानी मिल रहा है. 250 करोड़ रुपये की योजना से घर-घर गंगा जल की आपूर्ति होगी. उससे पहले मैंने लगभग 180 करोड़ रुपये की योजना क्रियान्वित की. जब उनसे भविष्य शिक्षा के क्षेत्र की प्राथमिकताओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ''सीएम योगी के आने से पहले प्रदेश की शिक्षा का स्तर बहुत कमजोर था. इस प्रदेश में ऐसे लोगों ने भी राज किया जो नकल को बढ़ावा देते थे, लेकिन योगी जी के कार्यकाल में सब चीजें पटरी पर आईं. यूपी के 4 विश्वविद्यालय ए डबल प्लस की श्रेणी में आ चुके हैं. मंडल स्तर पर एक सरकारी और एक निजी विश्वविद्यालय निर्माण करने जा रहे हैं.''

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