राम जन्मभूमि आंदोलन के शहीदों की लगेंगी मूर्तियां, अयोध्या राम मंदिर में होगा परिवारों का सम्मान
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1894365

राम जन्मभूमि आंदोलन के शहीदों की लगेंगी मूर्तियां, अयोध्या राम मंदिर में होगा परिवारों का सम्मान

अयोध्या में इस पितृपक्ष के मौके पर उन सभी महान व्यक्तियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी जिन्होंने राम मंदिर के लिए अपना सबकुछ न्योछावर कर दिया. इसके लिए एक खास अनुष्ठान किया जा रहा है. आइए जानते हैं क्या है तैयारी.

राम जन्मभूमि आंदोलन के शहीदों की लगेंगी मूर्तियां, अयोध्या राम मंदिर में होगा परिवारों का सम्मान

अयोध्या :  राम नगरी अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर लगभग तैयार हो चुका है. राम मंदिर निर्माण की इस यात्रा में कई भक्तों ने बलिदान दिया है. पांच सौ सालों तक चले मंदिर आंदोलन में जिन रामभक्तों ने अपनी जान गंवाई है, उन्हें पहली बार सरयू तट पर श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पितृ पक्ष में 11 दिवसीय अनुष्ठान करेगा. इसका शुभारंभ 3 अक्टूबर को नवाह पारायण के साथ होगा.

इसे लेकर शुक्रवार को संघ कार्यालय में ट्रस्ट ने विभिन्न संगठनों के साथ बैठक की है. बताया जा रहा है कि एक दिया रामभक्तों के नाम अनुष्ठान का शुभारंभ 3 अक्टूबर से होगा.

इसके अंतर्गत जिले के दस हजार परिवारों में रामायण का नवाह पारायण व रामचरित मानस के नवाह पारायण का आयोजन होगा. बैठक में इस आयोजन की तैयारी को अंतिम रूप दिया गया. 11 अक्टूबर को नौ दिवसीय नवाह पारायण का समापन होगा. इसके बाद अनुष्ठान के अंतिम दिन 13 अक्तूबर को राम की पैड़ी पर वृहद दीपोत्सव का कार्यक्रम होगा. इसमें 10 हजार दीप जलाकर महान आत्माओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी.

मीटिंग में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय समेत अन्य ट्रस्टी संघ व विहिप के पदाधिकारी मौजूद रहे. सभी को जिम्मेदारियां बांटी गई हैं. संघ जिले में 10 हजार परिवारों को चिन्हित कर रहा है, जो इस अनुष्ठान में शिरकत करते हुए मंदिर आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे.

ऐसे बनी योजना
बताया जा रहा है कि यह योजना काशी के प्रसिद्ध विद्वान लक्ष्मीकांत द्विवेदी के सुझाव पर तैयार की गयी है. उन्होंने सुझाव दिया है कि मंदिर का उद्घाटन जनवरी में होना है, ऐसे में मंदिर निर्माण के लिए जिन्होंने अपना सबकुछ त्याग दिया उन्हें नमन किया जाना चाहिए. उनका आशीर्वाद व कृपा लेने के लिए यह अनुष्ठान होगा. पितृपक्ष में इन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी. लक्ष्मीकांत द्विवेदी के निर्देशन में ही रामलला की प्राणप्रतिष्ठा का अनुष्ठान भी संयोजित है.

Watch: 2000 के नोट और बर्थ सर्टिफिकेट समेत एक अक्टूबर से बदल रहे ये 7 नियम, आपकी जेब पर होगा सीधा असर

Trending news