Malala Masjid controversy: मेंगलुरु मलाला मस्जिद सर्वे पर शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि मुसलमान इतना मुर्दा नहीं है जो कि मस्जिद को तोड़वाकर मंदिर बनवा देगा.
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सुनील सिंह/संभल: विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने फिर से विवादित बयान दिया है. सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कर्नाटक के मेंगलुरु जिले के मलाली मस्जिद विवाद पर बड़ा बयान दिया है. मेंगलुरु मलाला मस्जिद सर्वे पर शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि मुसलमान इतना मुर्दा नहीं है जो कि मस्जिद को तोड़वाकर मंदिर बनवा देगा.
बीजेपी पर बोला हमला?
सपा सांसद शफीकुर्ररहमान बर्क ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर आरोप लगाया लगाते हुए कहा कि बीजेपी मस्जिद और मदरसों के सर्वे के नाम पर मुसलमानों को उलझाने और उकसाने का काम कर रही है. इस दौरान मुस्लिम नेताओं की ओर से कोई बात निकलती है तो बीजेपी और आरएसएस उसे मसाला बनाकर पेश करने में जुट जाती है. मदरसों और मस्जिदों के सर्वे के नाम पर मुसलमानों के साथ खेल चल रहा है, लेकिन मुसलमान बीजेपी और आरएसएस के इस खेल को कामयाब नहीं होने देंगे.
क्या है मलाली मस्जिद विवाद?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अप्रैल 2022 में मस्जिद के अंदर से हिंदू संरचना निकलने के बाद स्थानीय लोगों ने कहा था कि इस बात की पूरी संभावना है कि इस स्थल पर एक हिंदू या जैन मंदिर मौजूद था, क्योंकि इसमें कलश, तोमर और स्तंभ दिखाई दे रहा है. वहीं, विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेताओं ने जिला प्रशासन से दस्तावेजों के सत्यापन होने तक काम रोकने की अपील की थी. साथ ही भाजपा के विधायक भरत शेट्टी ने इस जगह का ASI से सर्वे कराने की मांग की थी.मंगलुरु अदालत ने 9 नवंबर को मलाली मस्जिद ढांचे का सर्वेक्षण करने की अनुमति दे दी.
ममस्जिद प्रबंधन समिति ने एडिशनल सिविल कोर्ट में काउंटर अर्जी दाखिल की थी. मस्जिद समिति के वकील ने तर्क दिया था कि यह वक्फ बोर्ड की संपत्ति है.सिविल कोर्ट को इस मामले पर सुनवाई नहीं करनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने हिंदुओं की याचिका खारिज करने की मांग की थी.