Bareilly Ramleela: बरेली के चौधरी तालाब में होती है देश की तीसरी सबसे बड़ी रामलीला, 455 साल पुराना है इतिहास
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Bareilly Ramleela: बरेली के चौधरी तालाब में होती है देश की तीसरी सबसे बड़ी रामलीला, 455 साल पुराना है इतिहास

Bareilly Ramleela:  सबसे पहले रामलीला करीब 500 साल पहले  अयोध्या में शुरू हुई थी.... उसके बाद काशी और फिर....

 

 

Bareilly Ramleela: बरेली के चौधरी तालाब में होती है देश की तीसरी सबसे बड़ी रामलीला, 455 साल पुराना है इतिहास

अजय कश्यप/बरेली: दीपावली का पावन त्योहार आ रहा है. देश भर में रामलीला (Ramleela) का मंचन होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में तीसरी सबसे पुरानी ऐतिहासिक रामलीला बरेली (Bareilly) के हार्टमैन रामलीला ग्राउंड (Hartman Ramleela Ground) में होती है.  455 साल पुरानी चौधरी तालाब की श्रीरामलीला कोरोना महामारी के चलते दो साल तक स्थगित रही थी.

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राजा बंसत राव ने बरेली में 455 वर्ष पहले शुरू की थी रामलीला 
देश की तीसरी सबसे बड़ी 455 साल पुरानी चौधरी तालाब की रामलीला इन दिनों अपने पूरे शबाब पर चल रही है. चौधरी तालाब पर पिछले 455 साल से श्री रानी महालक्ष्मी बाई रामलीला समिति के तत्वावधान में मथुरा अयोध्या से आए कलाकारों द्वारा रामलीला का खूबसूरत मंचन किया जा रहा है. सबसे पहले रामलीला करीब 500 साल पहले  अयोध्या में शुरू हुई थी. उसके बाद काशी और फिर 455 वर्ष पहले राजा बंसत राव ने बरेली में रामलीला की शुरूआत की.  इस रामलीला में अयोध्या, सीतापुर और बिहार से कलाकार आते हैं और 18 दिनों तक ये रामलीला चलती है.

 रामलीला देखने का जबरदस्त क्रेज
आज के समय में भी हमारी भारतीय संस्कृति की पहचान रामलीला देखने का लोगों में जबरदस्त क्रेज है. बरेली में 56 जगहों पर इन दिनों रामलीला का मंचन हो रहा है. रामलीला देखने के लिए बच्चे, महिलाएं और पुरुष बड़ी संख्या में रामलीला में पहुंच रहे हैं.  455 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक रामलीला देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग चौधरी तालाब पर पहुंचते हैं.

अलग-अलग जिलों से आते हैं लोग
रामलीला में बच्चो के मनोरंजन के लिए झूले भी लगाए गए हैं. एक दौर था जब रामलीला देखने के लिए लोग लखीमपुर, रामपुर, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, बदायू और पीलीभीत से भी लोग आते थे. करीब 20 दिन पहले ही लोग यहां आ जाते थे और रामलीला के रंग में रंग जाते थे.

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