गन्ना किसानों के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री तहसील कार्यालय में धरना देने पहुंचे थे. हंगामा बरपने से पहले ही पुलिस ने नेताजी को हिरासत में ले लिया. जानें क्या है पूरा मामला.
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प्रमोद कुमार गौर/कुशीनगर: कुशीनगर के कप्तानगंज चीनी मिल पर 44 करोड़ रुपये बकाया गन्ने के भुगतान का मुद्दा गरमाने लगा है. किसानों के साथ कप्तानगंज तहसील पर धरना देने पहुंचे सपा नेता और पूर्व राज्य मंत्री राधेश्याम सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने किसानों और कार्यकर्ताओं को खदेड़ते हुए तहसील परिसर के दोनों गेट पर ताला लगवा दिया. पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने बताया था कि किसानों के गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर धरना करेंगे. लेकिन पुलिस ने जबरिया धरनास्थल से उठाकर हिरासत में लेकर कप्तानगंज तहसील से 65 किलोमीटर दूर तरयासुजान थाना लेकर आ गई. जब इसकी सूचना सपा के अन्य नेताओं को मिली तो वह कुशीनगर के रविन्दरनगर धुस पर स्थित डीएम कार्यलय पहुंचे. सपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह की रिहाई की मांग करते हुए पड़रौना सदर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने बकाया गन्ना भुगतान करने की मांग की है.धरने में शामिल पूर्व एमएलसी रामअवध ने बताया कि कप्तानगंज कनोडिया चीनी मिल पर 44 करोड़ गन्ना मूल्य बकाया है. समय पर पैसा नहीं मिलने से किसानों में नाराजगी है. ऐसे में किसान जाएं तो कहा जाएं. मौके पर मौजूद सदर एसडीएम ने सपा नेताओं को धरना खत्म करने और पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह की रिहाई करने को लेकर आश्वस्त किया है. गन्ना किसानों का मुद्दा प्रदेश में कोई नया नहीं है. हालांकि योगी सरकार ने कुछ महीने पहले गन्ना बकाया भूगतान को लेकर पहल कर इस मुद्दे की हवा निकाल दी थी.
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बताया जा रहा है कि जनपद के किसान लगातार बकाए के भुगतान को लेकर प्रदर्शन करते आ रहे हैं. लेकिन अब तक इस साल कप्तानगंज शुगर मिल चलने के आसार नहीं दिख रहे हैं. किसानों की चिंता यही है कि न तो पिछला शेष भुगतान हुआ और इस साल शुगर मिल कब चेलगी कोई नहीं जानता.