127 साल की उम्र में भी निरोगी हैं पद्मश्री शिवानंद, योग दिवस पर बताया लंबे और स्वस्थ जिंदगी का मूलमंत्र
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1747851

127 साल की उम्र में भी निरोगी हैं पद्मश्री शिवानंद, योग दिवस पर बताया लंबे और स्वस्थ जिंदगी का मूलमंत्र

International Yoga Day 2023 : विश्‍व योग दिवस पर बाबा शिवानंद ने अपनी दिनचर्या को लेकर बातचीत की. बाबा शिवानंद का मानना है कि उम्र महज एक संख्‍या होती है. आज भी वह ब्रह्ममुहूर्त में 3 बजे उठकर योग करते हैं. वो अभी तक कभी बीमार नहीं पड़े. 

Swami Sivananda

Swami Sivanand : 127 साल के योगाचार्य स्‍वामी शिवानंद ने यह साबित कर दिखाया है कि उम्र महज एक संख्‍या होती है. योगाचार्य शिवानंद की फुर्ती देखकर युवा भी हैरान हो जाते हैं. उम्र के इस पड़ाव पर आज भी शिवानंद अपने सारे काम खुद ही करते हैं. विश्‍व योग दिवस पर आइये जानते हैं ऐसी कौन सी आदतें हैं जिसने उन्‍हें इस उम्र में भी चुस्त-दुरुस्त रखा है? 

नेपाल में हुआ जन्‍म, वाराणसी में रह रहे 
बता दें कि योग गुरु शिवानंद का जन्म 8 अगस्त, 1896 को देश के बंटवारे से पहले बांग्लादेश में हुआ था. बाबा शिवानंद पिछले कुछ दशकों से यूपी के वाराणसी के दुर्गाकुंड स्थित कबीर नगर में रह रहे हैं. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, स्वामी शिवानंद हर प्रतिदिन सुबह 3 बजे उठकर योग करते हैं. साथ ही भगवत गीता और मां चंडी के श्लोकों का पाठ करते हैं. बाबा शिवानंद को लेकर कहा जाता है कि वह लाइम लाइट से दूर रहना पसंद करते हैं. 

योग दिवस पर दिनचर्या को लेकर की चर्चा 
विश्‍व योग दिवस पर बाबा शिवानंद ने अपनी दिनचर्या को लेकर बातचीत की. बाबा शिवानंद का मानना है कि उम्र महज एक संख्‍या होती है. आज भी वह 3 बजे उठकर योग करते हैं. अभी तक कभी बीमार नहीं पड़े. इसके पीछे की वजह शायद बचपन से ही उनके द्वारा योग करना है. 

योग ने ही निरोग बनाए रखा 
शिवानंद का कहना है कि योग की वजह से अनिद्रा और तनाव की समस्या नहीं होती. प्राणायाम करने से दवा की जरूरत नहीं पड़ती. बाबा शिवानंद का कहना है कि योग के जरिए ही निरोग रहा जा सकता है. युवाओं को योग के प्रति प्रेरित किया जाना चाहिए. योग को जीवन में शामिल कर कई रोगों से जीता जा सकता है. 

रोजाना करते हैं ये आसन 
बाबा शिवानंद सर्वांगासन करते हैं, इससे थॉयराइड कभी नहीं होगा. इसके बाद पवन मुक्तासन जरूर करना चाहिए. इससे पेट और गैस की समस्या नहीं होती. वज्रासन वह भोजन करने के बाद करते हैं, इससे खाना आसानी से पच जाता है. योगासन के बाद पूजा करते हैं.  शिवानंद दोपहर में बिना तेल-मसाला वाला भोजन करते हैं. इसमें उबली दाल और सब्जियां होती है. 

खाने में लेते हैं ये आहार 
बाबा शिवानंद शरीर में नमक की पूर्ति के लिए कभी-कभी सेंधा नमक का सेवन करते हैं. वे दिन में कभी नहीं सोते. रोजाना शाम को आठ बजे स्नान करते हैं और रात्रि भोजन में जौ से बना दलिया, आलू का चोखा और उबली सब्जियां लेते हैं. इसके बाद रात नौ बजे तक वे सो जाते हैं. यही वजह है कि बीमारियां उनसे दूर रहती हैं. 

पद्मश्री से हो चुके हैं सम्‍मानित 
बाबा शिवानंद को साल 2022 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. पद्म पुरस्‍कार लेने पहुंचे शिवानंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगे नतमस्तक हो गए थे. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी भी खड़े हुए शिवानंद के आगे झुक गए थे. यह नजारा देख वहां मौजूद हर शख्स खड़ा हो गया जोर-जोर से तालियां बजाने लगा. इसके अलावा शिवानंद राष्ट्रपति तत्कालीन रामनाथ कोविंद के आगे भी नतमस्तक हुए थे. 

WATCH: योग दिवस के लिए यूपी के मदरसों में मुस्लिम छात्र कर रहे योगाभ्यास

Trending news