Sultanpur news: गर्भवती महिला की चीख से भी नहीं पसीजा सोते डॉक्टरों का दिल, मां-बच्चे की मौत से हड़कंप
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Sultanpur news: गर्भवती महिला की चीख से भी नहीं पसीजा सोते डॉक्टरों का दिल, मां-बच्चे की मौत से हड़कंप

Sultanpur news: मेडिकल कालेज में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की लापरवाही से एक गर्भवती महिला और उस के गर्भ में पल रहे शिशु ने दम तोड़ दिया.  आरोप है कि चिकित्सकों समेत पूरा स्टाफ रात भर सोता रहा और महिला प्रसव पीड़ा झेलती रही जिससे उसकी मौत हो गई. 

Sultanpur news: गर्भवती महिला की चीख से भी नहीं पसीजा सोते डॉक्टरों का दिल, मां-बच्चे की मौत से हड़कंप

Sultanpur news: सुल्तानपुर के राजकीय मेडिकल कालेज में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की बड़ी लापरवाही सामने आई है. डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे मासूम ने दम तोड़ दिया.  मेडिकल स्टाफ पर आरोप है कि पूरी रात डिलेवरी के लिए गर्भवती महिला कराहती रही, प्रसव पीड़ा झेलती रही परिजन बार बार सो रहे रहे डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को बुलाते रहे. लेकिन सुबह डिलेवरी करवाने की बात कहकर डॉक्टर और स्टाफ मामले को टालते रहे और अपनी नींद पूरी करते रहें. 

नतीजा ये हुआ कि महिला और उसके गर्भ में पल रहे मासूम ने दम तोड़ दिया. मौत के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य ने ड्यूटी पर तैनात सभी मेडिकल स्टाफ को निलंबित करते हुए मजिस्ट्रेटीयल जांच के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है. आपको बाताते चलें कि गोसाईंगंज थानाक्षेत्र के कटघरा गांव की रहने वाले सुनील वर्मा की पत्नी अंबालिका वर्मा गर्भवती थी. बीती रात दर्द ज्यादा हुआ तो ग्राम प्रधान मो शोएब उन्हें रात 11 बजे लेकर राजकीय मेडिकल कालेज पहुंचे और भर्ती करा दिया. आरोप है कि रात में दर्द ज्यादा होने पर अंबालिका के परिजन डॉक्टर और स्टाफ को बुलाने पहुंचे तो वे सभी सोने में व्यस्त रहे. ज्यादा जोर देने पर इन सभी ने सुबह डिलेवरी की बात कही और पुनः सोने में व्यस्त हो गए. 

रात में तबियत और बिगड़ी लेकिन सोने में मस्त रहे डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ ने आना मुनासिब नहीं समझा और बेचारी अंबालिका वर्मा और उसके गर्भ में पल रहे मासूम ने दम तोड दिया. तब से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल पहुंचे मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य ने सीएमएस द्वारा प्रारंभिक जांच के उपरांत उस समय तैनात सभी पैरामेडिकल स्टाफ को निलंबित कर दिया है साथ ही मैं मजिस्ट्रेट जांच के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है. 

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