Raebareli news: रायबरेली जिले में जन्मप्रमाण पत्र बनाने का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. जहां राष्ट्रीय सुरक्षा को धता बताते हुए सरकारी कर्मचारी की मिलीभगत से हजारों फर्जी जन्म प्रमाणपत्र तैयार कर दिए गए. मामला सामने आया तो हड़कंप मच गया.
Trending Photos
सैयद हुसैन अख्तर/रायबरेली: रायबरेली जिले में जन्मप्रमाण पत्र बनाने का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. जहां राष्ट्रीय सुरक्षा को धता बताते हुए सरकारी कर्मचारी की मिलीभगत से हजारों फर्जी जन्म प्रमाणपत्र तैयार कर दिए गए. खास बात यह कि इनमें से ज्यादातर जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने वालों का इन गावों से कोई संबंध ही नहीं है. मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया तो सीडीओ ने इसकी जांच एडीओ पंचायत को सौंप दी है. जिस वीडियो की आईडी से फर्जीवाड़ा हुआ था, उसे निलंबित किया गया है.
अन्य जगह भी होगा वेरिफिकेशन
जिला विकास अधिकारी ने अन्य तहसीलों में भी ऐसी ही गड़बड़ी की आशंका जताई है. आशंका की पुष्टि के लिए उन्होंने जिले के जनसेवा केंद्रों की जांच कराए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जिले में संचालित जनसेवा केंद्रों की जब से आईडी बनी हुई है तब से अब तक जारी सभी प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया जाएगा. उन्होंने इसके लिए एक टीम गठित कर दी है. माना जा रहा है कि सलोन जैसा मामला अन्य तहसीलों में भी सामने आ सकता है.
अन्य राज्यों के हो सकते हैं
आशंका जताई जा रही है कि जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने वाले अलग अलग राज्यों के रहने वाले हैं. मामला सलोन तहसील का है. यहां ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव की नूरुद्दीनपुर सिरसिरा, गोपालपुर गावों में तैनाती है. इन गावों के पते पर पिछले कई महीने से ऐसे लोगों के जन्म प्रमाणपत्र बन रहे थे, जिनका यहां से कभी कोई संबंध ही नहीं रहा है. तीनों ग्राम सभाओं के प्रधानों ने इस बात की सूचना एडीओ पंचायत जितेंद्र सिंह को दी.
सीडीओ ने दिए जांच के निर्देश
मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया तो सीडीओ ने इसकी जांच एडीओ पंचायत को सौंप दी. एडीओ पंचायत की जांच में सामने आया कि ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव समेत राइन सहज जनसेवा केंद्र संचालक जीशान खान रियाज व एक अन्य की मिलीभगत से लगभग 19 हजार से ज्यादा गैर जनपदीय और गैर प्रांतीय लोगों के फर्जी प्रमाण पत्र जारी हो गए.
कई पर मुकदमा दर्ज
पुलिस ने एडीओ पंचायत जितेंद्र सिंह की तहरीर पर ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव समेत जीशान खान रियाज व एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. उधर मामले की गंभीरता को देखते हुए बीती देर रात तक जिले के डीएम एसपी समेत आईजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी और आईजी लखनऊ जोन मामले से जुड़े अभिलेख खंगालते रहे.
UP News: बिना जांच मालिक या मैनेजमेंट न करें एफआईआर दर्ज, फर्जी केस पर सख्त यूपी डीजीपी
यूपी में पुरानी पेंशन पर आंदोलन की तैयारी में लाखों कर्मचारी,सरकार को दिया अल्टीमेटम