कानपुर हाईवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 38 किलोमीटर लंबा फोर लेन हाईवे बनाया जाएगा. यह हाईवे बनी से आगे दाहिनी ओर मोहनलालगंज मोड़ से मौरावा होते हुए गोसाईगंज रूट को जोड़ेगा.
बताया गया कि अभी 18 पहियों वाले ट्रक और दूसरे भारी वाहन मोहनलालगंज से पूर्वांचल एक्सप्रेस पर नहीं जा पाते. सड़क संकरी होने के चलते वाहन फंस जाते हैं. ऐसे में उनके दूसरे मार्ग से जाना पड़ता है.
नया फोर लेन नेशनल हाईवे बनने के बाद भारी वाहनों के लिए भी आना जाना आसान हो जाएगा. साथ ही इस हाईवे के आसपास की जमीनों की कीमत भी बढ़ जाएगी. इसके अलावा सुल्तानपुर, रायबरेली, कानपुर व मोहान रोड भी हाईवे से जुड़ जाएगा.
नया फोर लेन हाईवे गुजरात, राजस्थान, नागालैंड, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत से आने वाले भारी वाहनों के लिए यह रूट मददगार साबित होगा.
बता दें कि योगी सरकार लखनऊ के अलावा हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली व बाराबंकी को मिलाकर एससीआर बनाने की तैयारी में है. इसमें कुल 27,826 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र है.
लखनऊ-कानपुर हाइवे के बीच यात्रा सुगम होगी. साथ ही इससे प्रदेश की राजधानी तक पहुंचना भी आसान होगा. हाईवे पर लगने वाले जाम से राहगीरों को निजात मिलेगी.
एनएचएआई की कोशिश है कि तय समय में कार्य पूर्ण कर हाईवे को जनता को समर्पित कर दिया जाए. अभी इतनी दूरी कवर करने के लिए 13 से 14 घंटे का समय लगता है.
इसके अलावा कानपुर से लखनऊ तक 6 लेन एक्सप्रेसवे का काम भी तेजी से चल रहा है. इस एक्सप्रेस वे के बनने से 75 किमी की दूरी तय करने में केवल 35 से 45 मिनट का समय लगेगा.
लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस वे को लखनऊ रिंग रोड से जोड़ा जाएगा. यह एक्सप्रेस वे लखनऊ के शहीद पथ से शुरू होगा जो बंथरा, बनी, दतौली कांथा, तौरा, न्यौराना, अमरसास और रावल मार्ग होते हुए नवाबगंज को कानपुर से जुड़ेगा.
इसमें 18 किलोमीटर एलिवेटेड रूट बनाया जाएगा, बाकी 45 किलोमीटर ग्रीन फील्ड पर नया रूट तैयार किया जाना है. इस प्रोजेक्ट में तीन बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास और 6 फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं.
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