Kanpur News: मामले में डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने जांच कराई. जिसमें प्रथम दृष्टया चौकी इंचार्ज और कांस्टेबल दोषी पाए गए. डीसीपी ने बताया कि इस संबंध में दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
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कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में खाकी को शर्मसार करता एक मामला सामने आया है. यहां एक दारोगा और कांस्टेबल ने डेढ़ लाख रुपये की वसूली की है. यह आरोप बीटीसी एक छात्र ने कोहना थाना पर तैनात चौकी प्रभारी रानीगंज एसआई कपिल कुमार और कांस्टेबल राहुल वर्मा पर आरोप लगाए हैं. जानकारी के मुताबिक, इससे पहले भी दोनों पुलिसकर्मियों पर आरोप लग चुके हैं. पीड़ित छात्र की शिकायत के आधार पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लेते हुए सस्पेंड कर दिया है.
क्या है पूरा मामला?
डिप्टी पड़ाव निवासी नितिन त्रिपाठी बीटीसी के छात्र हैं. उन्होंने बताया कि 23 जनवरी को उसके दोस्त वासु सोनकर ने उनसे स्कूटी मांगी और थोड़ी देर में आने की बात कही. नितिन ने वासु को स्कूटी दे दी. कुछ देर बाद वासु का फोन आया कि मोतीझील आ जाओ. वहां जाने पर वासु ने स्कूटी लौटा दी और वाशरूम जाने की बात कहकर वहां से चला गया. इसी दौरान रानीघाट चौकी इंचार्ज कपिल यादव और सिपाही राहुल वर्मा एक अन्य पुलिसकर्मी के साथ स्विफ्ट कार से आ पहुंचे. उन्होंने नितिन को कार में बैठाया और थाना कोहना लेकर आ गए. जब पीड़ित ने थाने लाने की वजह पूछी तो आरोप लगाया कि तुम्हारी स्कूटी से 500 ग्राम चरस बरामद हुई है.
ढेड़ लाख रुपये लेकर छोड़ा
पीड़ित ने बताया कि उसकी स्कूटी दोस्त वासु लेकर गया था, लेकिन वे नहीं माने. बल्कि दो लाख रुपये की डिमांड की. अंत में उन्होंने ढेड़ लाख रुपये लेकर बिना किसी लिखा पढ़ी के छोड़ दिया. पीड़ित का आरोप है कि दोस्त वासु, दरोगा कपिल, कांस्टेबल राहुल तीनों की मिली भगत से उसके साथ से फ्रॉड किया है. जिसके बाद पीड़ित पुलिस कमिश्नर कार्यालय में न्याय की गुहार लगाने पहुंचा.
दोनों पुलिसकर्मी सस्पेंड
इस मामले में डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने जांच कराई. जिसमें प्रथम दृष्टया चौकी इंचार्ज और कांस्टेबल दोषी पाए गए. डीसीपी ने बताया कि इस संबंध में दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. वो मामले की स्वयं जांच करेंगे. सीसीटीवी समेत जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी.