Hardoi News: हरदोई में दो किसानों को शिकायत लेकर जिलाधिकारी कार्यालय जाना और डीएम से मिलने की जिद करना महंगा पड़ गया. अधिकारियों ने दोनों किसानों को थाने भेज दिया. जहां दोनों को घंटों थाने बैठाए रखा गया. जानिए पूरा मामला..
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आशीष द्विवेदी/हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई में शिकायत लेकर जिलाधिकारी कार्यालय जाना दो किसानों को भारी पड़ गया. अधिकारियों ने उन्हें थाने की सैर करा दी. दरअसल जनसुनवाई के दौरान खेत पर कब्जे की शिकायत लेकर दो किसान भाई जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे थे. जहां कलेक्ट्रेट सभागार में सिटी मजिस्ट्रेट जन समस्याएं सुन रहे थे. इस दौरान दोनों भाइयों ने अपनी समस्या बताई. सिटी मजिस्ट्रेट ने संबंधित अधिकारियों को समस्या निस्तारण के निर्देश दिए. लेकिन कई दिनों से परेशान किसान फिर भी संतुष्ट नहीं हुए. दोनों जिलाधिकारी से मिलने की जिद करने लगे. फिर क्या था जनसुनवाई कर रहे सिटी मजिस्ट्रेट ने फौरन पुलिस बुलाकर दोनों को कोतवाली की सैर करा दी. हालांकि इस मामले में अब सिटी मजिस्ट्रेट दोनों किसानों के जोर-जोर से हल्ला करने के चलते उन्हें कोतवाली भेजने की बात कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
दो किसान भाइयों को पुलिस से पकड़वा कर थाने भिजवाने का यह मामला कलेक्ट्रेट परिसर का है. दरअसल, तहसील बिलग्राम क्षेत्र के अंतर्गत कोतवाली मल्लावां के बैरानपुरवा मजरा बाबटमऊ के रहने वाले उदय प्रताप और रामप्रताप का जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. पीड़ित किसानों का आरोप है कि गांव के दबंग फौजीलाल, विपिन और विनय अपनी दबंगई के चलते उन्हें उनके खेत की बुवाई नहीं करने दे रहे हैं. इसकी शिकायत उन्होंने तहसील बिलग्राम में एसडीएम और स्थानीय पुलिस से की. लेकिन उनकी समस्या का निस्तारण नहीं किया गया.
घंटों थाने में रहे दोनों किसान
भाइयों का आरोप है कि जब वे अपने खेत पर आलू की बुवाई करने के लिए जाते हैं तो दबंग उन्हें मारने पीटने के लिए आ जाते हैं. ऐसे में स्थानीय स्तर पर शिकायत करने के बाद भी राहत न मिलने, बुवाई के लिए खरीदे गए आलू खराब होने और कब्जा दिलाए जाने की मांग को लेकर वह लोग जिलाधिकारी के यहां जनसुनवाई के लिए आए थे. पीड़ितों के मुताबिक, जिलाधिकारी अपने चैंबर में बैठे थे और सभागार में सिटी मजिस्ट्रेट डॉ. सदानंद गुप्ता कुछ कर्मचारियों के साथ लोगों की समस्याएं सुन रहे थे. किसान रामप्रताप और उदय प्रताप ने सिटी मजिस्ट्रेट को अपनी समस्या बताई. समस्या का निवारण ना होने पर उन्होंने डीएम से मिलने की बात कही. लेकिन अधिकारियों ने उन्हें डीएम से नहीं मिलने दिया. जब दोनों किसान भाइयों ने जिला अधिकारी एमपी सिंह से मिलने की जिद पकड़ी, तो सिटी मजिस्ट्रेट ने कोतवाली शहर पुलिस को बुलाया और थाने भिजवा दिया. दोनों किसानों को घंटों थाने में गुजारने पड़े.
इस बारे में सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि दोनों बिलग्राम तहसील के रहने वाले हैं. इन लोगों की जमीन को लेकर विवाद की समस्या थी. जमीन की कब्जेदारी को लेकर इनकी शिकायत ली गई. शिकायत के निस्तारण के लिए संबंधित एसडीएम को निर्देश दिए गए लेकिन यह लोग संतुष्ट नहीं थे और हल्ला मचाने लगे. इसी वजह से दोनों को समझाने बुझाने के लिए थाने भिजवाया गया था. फिलहाल जनसुनवाई में आए किसानों को थाने भिजवाने का यह मामला लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है.