Sukhbir Badal News: पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर हुए जानलेवा हमले ने एक नया मोड़ ले लिया है. हमले से पहले का एक वीडियो सामने आया है जिसमें हमलावर नारायण सिंह चौड़ा और अमृतसर के एसपी हरपाल सिंह बातचीत करते नजर आ रहे हैं.
Trending Photos
Sukhbir Badal News: पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर हुए जानलेवा हमले ने एक नया मोड़ ले लिया है. हमले से पहले का एक वीडियो सामने आया है जिसमें हमलावर नारायण सिंह चौड़ा और अमृतसर के एसपी हरपाल सिंह बातचीत करते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो ने पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं और मामले में साजिश के आरोपों को हवा दी है.
वीडियो में क्या है खास?
यह वीडियो हमले से एक दिन पहले, 3 दिसंबर का बताया जा रहा है. इसमें स्वर्ण मंदिर परिसर में नारायण सिंह और एसपी हरपाल सिंह के बीच करीब 67 सेकेंड की बातचीत होती है. वीडियो में दिखता है कि एसपी, हमलावर से गर्मजोशी से मिलते हैं, कुछ देते हुए नजर आते हैं, और फिर दोनों मुस्कुराते हुए बात करते हैं. इस बातचीत के बाद नारायण सिंह पीछे हट जाते हैं और एसपी वहां से लौट जाते हैं.
विपक्ष ने उठाए गंभीर सवाल
शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता बिक्रम मजीठिया ने इस वीडियो को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने पूछा कि सुखबीर बादल की सुरक्षा के लिए तैनात एसपी, हमलावर से मिलकर क्या बातचीत कर रहे थे. मजीठिया ने सोशल मीडिया पर यह वीडियो शेयर करते हुए पुलिस पर साजिश का आरोप लगाया. बिक्रम मजीठिया ने कहा कि जिसे अरेस्ट करना चाहिए था, पुलिस उससे मुलाकात कर रही थी.
पंजाब पुलिस का रुख
इस विवाद पर पुलिस का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है. अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बयान दिया कि हमलावर की भूमिका की गहनता से जांच हो रही है. पुलिस का कहना है कि अलग-अलग एजेंसियों को इस जांच में शामिल किया गया है, और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाएगी.
सुरक्षा में की गई कड़ी कार्रवाई
हमले के बाद स्वर्ण मंदिर में सुखबीर बादल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वह अभी भी "तनखैया" सजा के तहत धार्मिक प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं. हालांकि, यह वीडियो सुखबीर बादल पर हुए हमले की जांच को नया आयाम दे चुका है, और इस मामले में राजनीति गरमा गई है.
सवाल और संदेह बरकरार
हमलावर और एसपी की मुलाकात का यह वीडियो कई अनसुलझे सवाल छोड़ता है. क्या यह केवल संयोग है, या इसमें कोई गहरी साजिश छुपी है? पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवालों का जवाब अभी आना बाकी है. वहीं, विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर निशाना साध रहा है. सुखबीर बादल की सुरक्षा और मामले की जांच पर सभी की नजरें टिकी हैं.