Gulmarg Snowfall: देर से ही सही, आखिरकार बर्फ से लकदक हुआ गुलमर्ग, सैलानियों की आ गई मौज!
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Gulmarg Snowfall: देर से ही सही, आखिरकार बर्फ से लकदक हुआ गुलमर्ग, सैलानियों की आ गई मौज!

Weather in Gulmarg Today: घाटी में हुई बर्फबारी ने कश्मीर आए पर्यटकों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है. वहीं पर्यटन से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि बर्फबारी से पर्यटन को फायदा मिलेगा. 

Weather Update

Kashmir Weather : कश्मीर में बर्फबारी से पर्यटन क्षेत्र में लोग बेहद खुश दिखाई दे रहे हैं. पर्यटकों और पर्यटन से जुड़े स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है. बर्फबारी न होने के कारण पर्यटन उद्योग पिछले कुछ महीनों से प्रभावित था. बताया जा रहा है, यहां आने वाले कई पर्यटकों ने अपनी यात्रा रद्द कर दी थी. 

लोगों में दौड़ी खुशी की लहर

घाटी में पर्यटकों के आगमन पर आमतौर पर गुलमर्ग जैसे रिसॉर्ट्स में पर्यटकों की संख्या अधिक होती है, लेकिन बर्फ के अभाव में यह संख्या कम हो गई, जोकि घाटी में पर्यटन के हितधारकों के लिए चिंता का विषय है. हालांकि, 40 दिनों की कठोर सर्दियों वाले ‘चिल्ला-ए-कलां’ के अंत में बर्फबारी ने पर्यटकों और पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को खुश कर दिया है. बच्चों सहित सैकड़ों पर्यटक गुलमर्ग और सोनमर्ग रिसॉर्ट्स में बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. कुछ पर्यटकों ने तो अपनी टूर एक्सटेंड करवाया ताकि बर्फबारी देख सकें क्योंकि मौसम विभाग ने बताया है कि जनवरी के आखिरी दिनों में अच्छी बर्फबारी होगी.

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कोलकाता के एक पर्यटक जोड़े अनिंदा और देओतिमा ने गुलमर्ग में कहा, हमने 23 जनवरी के fallbackलिए टिकट बुक किए थे, लेकिन पूर्वानुमान देखने के बाद हमने अपनी यात्रा रद्द कर दी. हम 25 जनवरी को यहां पहुंचे और किस्मत से हमें बर्फबारी देखने का अवसर मिला. साथ ही उन्होंने कहा कि बर्फबारी के बाद कश्मीर सचमुच स्वर्ग जैसा दिखता है.

महाराष्ट्र के नागपुर से आए एक पर्यटक मोहम्मद इमरान ने कहा कि बर्फबारी के बाद वह फिर से गुलमर्ग रिसॉर्ट लौट आए हैं. उन्होंने कहा दो दिन पहले, वहां कुछ भी नहीं था और मैदान खाली दिख रहा था. भगवान की कृपा से अब बर्फबारी हो रही है और हमें यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है. 

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बैंगलोर से आए प्रियंका पांडे (पर्यटक) ने कहा “मैं बर्फबारी का गवाह बनने के लिए खुद को भाग्यशाली मानती हूं. बर्फबारी को लाइव देखना मेरे लिए एक अद्भुत अनुभव रहा है. मुझे लगता है कि हर किसी को आना चाहिए और इस जगह को देखना चाहिए क्योंकि यहां बहुत बर्फ है. आज हमें यह महसूस हो रहा है कि हम जो देखने आए थे वह आखिरकार मिल ही गया. यह सच्चे अर्थों में एक स्वर्ग का अनुभव कराता है. यह एक खूबसूरत जगह है और हर किसी को यहां आना चाहिए.”

...स्विट्जरलैंड से कम नहीं है.
शिरीष पांडे, पर्यटक ने कहा “हम यहां आकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं, मेरी पत्नी ने इस छुट्टी के संबंध में सब कुछ योजना बनाई थी, और हम बर्फबारी देखने के लिए भाग्यशाली और सफल रहे. मैं सभी से अनुरोध करूंगा कि वे घाटी का आनंद लेने के लिए यहां आएं और देखें कि यहां कितने अद्भुत और मेहमाननवाज लोग रहते हैं. अगर आप यहां आएंगे तो आपको लगेगा कि यह स्विट्जरलैंड से कम नहीं है और हर किसी को यहां आना चाहिए.” 

टूरिस्ट गाइड ही नहीं बल्कि कश्मीर के स्थानीय लोग बेहद खुश हैं. इस बर्फबारी से विंटर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और कश्मीर में जो नदी सूखने लगे थे उन्हें फिर जीवन मिला है. इससे गर्मियों में किसानों को काफी लाभ मिलेगा जो पानी की होती कमी को लेकर काफी चिंतित थे. 

स्थानीय नागरिक का बयान-
स्थानीय नागरिक ख़ातीब ने कहा कि हम खुदा से दुआ कर रहे थे कि बर्फ हो, बर्फ ही हमारी शान है ख़ास कर गुलमर्ग तो बर्फ से ही जाना जाता है, आज हम बहुत खुश हैं.”

टूरिस्ट गाइड ने कहा

वही टूरिस्ट गाइड एजाज अहमद मानते हैं की यह उनके लिए कुदरत की सौग़ात हैं क्योंकि उनका सारा कारोबार बर्फबारी पर निर्भर है. बर्फ होगी तो पर्यटक आएंगे और रोजगार बढ़ेगा.” 

मौसम विभाग ने क्या बताया?

मौसम विभाग श्रीनगर के अनुसार, कश्मीर के मैदानी इलाकों में मध्यम बारिश हुई है, जबकि ऊंचे इलाकों में अच्छी बर्फबारी हुई. 30-31 जनवरी के बीच जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर मध्यम बारिश/बर्फबारी की संभावना है. 3 फरवरी तक मौसम ऐसा ही रहने की उम्मीद है और कई स्थानों पर बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद है.अगले दो दिनों में कुपवाड़ा, बांदीपोरा, बारामूला, गांदरबल, शोपियां, कुलगाम और अनंतनाग जिलों जैसे कुछ ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी की संभावना है.

अस्थायी रूप से सड़कें बंद

अधिकारियों ने कहा है की मौसम की स्थिति के कारण ऊंचे इलाकों और सिंथन पास, मुगल रोड, साधना और राजदान पास, जोजिला और अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर अस्थायी रूप से सड़कें बंद कर दी गई हैं.

अधिकारी ने दी सलाह

अधिकारियों ने सोनमर्ग और गुलमर्ग जैसी जगहों पर जाने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए सलाह जारी करते हुए कहा कि बर्फबारी के मद्देनजर फिसलन की स्थिति के कारण केवल 4X4 वाहनों और एंटी-स्किड चेन वाले वाहनों को गुलमर्ग और सोनमर्ग की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी.

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