Rajnath Singh News: जम्मू-कश्मीर के अखनूर में 9वें आर्म्ड फोर्सेज वेटरन्स डे के एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को बड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि पीओके के बिना जम्मू- कश्मीर अधूरा है और पाकिस्तान के लिए पीओके विदेशी क्षेत्र से ज्यादा कुछ भी नहीं है.
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Jammu And Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के अखनूर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के बिना जम्मू-कश्मीर "अधूरा" है. उन्होंने पड़ोसी देश पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे पास पुख्ता जानकारी है कि पाकिस्तान पीओके में आतंकी कैंप चल रहा है और अगर पाकिस्तान PoK में लॉन्च पैड चलाना बंद नहीं करेगा तो उसके खिलाफ डॉट डॉट डॉट. इतना ही नहीं रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के लिए पीओके विदेशी क्षेत्र से ज्यादा कुछ भी नहीं. उन्होंने इस दौरान पीओके के मुख्यमंत्री अनवारुल हक़ पर भी निशाना साधा.
जम्मू-कश्मीर के अखनूर में 9वें आर्म्ड फोर्सेज वेटरन्स डे के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, "पीओके के बिना जम्मू-कश्मीर अधूरा है. पाकिस्तान के लिए पीओके एक विदेशी क्षेत्र से ज्यादा कुछ नहीं है. पीओके की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद का कारोबार चलाने के लिए किया जा रहा है. पीओके में आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप चलाए जा रहे हैं.पाकिस्तान को नष्ट करना होगा."
उन्होंने कहा कि पीओके की अवाम को वहां के सरकार के द्वारा Dignified Life से महरूम रखा जा रहा है. पाकिस्तान के हुक्मरानों के द्वारा उन्हें मज़हब के नाम पर हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ बरगलाने और उकसाने की कोशिश की जा रही है.
अनवारुल हक़ का बयान साजिश का हिस्सा: रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में दिए अनवारुल हक़ के बयान पर कहा कि PoK के गैर-कानूनी वज़ीरे आज़म ने हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ जो ज़हर उगला है. वह पाकिस्तान की ही साज़िश का हिस्सा है. पीओके के वज़ीरे आज़म अनवारुल हक़ जो आज़ कह रहे हैं वही भारत विरोधी एजेंडा पाकिस्तान के हुक्मरानों ने जनरल ज़िया उल हक़ के जमाने से चलाया हुआ है.
हर लड़ाई में पाकिस्तान को हार का मुंह देखना पड़ा है: रक्षा मंत्री
उन्होंने 1965 के युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि जंग के मैदान में मिली जीत भारतीय सेनाओं के शौर्य, पराक्रम और बलिदान का नतीजा था.आप इतिहास उठा कर देखिए भारत से हुई हर ज़ंग में पाकिस्तान हारा है. चाहे 1948 में हुआ क़बाइली हमला हो, 1965 का युद्ध हो, 1971 का युद्ध हो या फिर 1999 का कारगिल में हुआ सीमित युद्ध हो, हर लड़ाई में पाकिस्तान को हार का मुंह देखना पड़ा है.