Sikar: सीकर के श्री जानकी नाथ वैदिक छात्र निकेतन का उद्घाटन, जानें पीठ की खास बातें
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Sikar: सीकर के श्री जानकी नाथ वैदिक छात्र निकेतन का उद्घाटन, जानें पीठ की खास बातें

Sikar News: सीकर के नजदीकी रैवासा गांव स्थित जानकीनाथ बड़ा मंदिर में श्री जानकी नाथ वैदिक छात्र निकेतन का उद्घाटन आज किया गया. उद्घाटन समारोह के दौरान श्री नाभादास भक्ति साहित्य पुरस्कार एवं वेदमूर्ति गोविंद शास्त्री घोड़ेकर पुरस्कार भी दिए गए.

 

Sikar: सीकर के श्री जानकी नाथ वैदिक छात्र निकेतन का उद्घाटन, जानें पीठ की खास बातें

Sikar: सीकर के श्री जानकी नाथ वैदिक छात्र निकेतन का उद्घाटन किया गया. रेवासा पीठाधीश्वर स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने बताया कि समारोह का उद्घाटन आरएसएस के पूर्व सरकार्यवाह सुरेश भैया जोशी ने किया. सारस्वत अतिथि महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान उज्जैन के सचिव प्रोफेसर विरुपाक्ष वि. जड्डीपाल रहे. विशेष अतिथि समाज सेवी बनवारी लाल माहेश्वरी व जानकी नाथ बड़ा मंदिर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष आशीष तिवारी रहे.

आरएसएस के पूर्व सरकार्यवाह सुरेश भैया जोशी ने पत्रकारों से रूबी होते हुए कहा कि रैवासा पीठ की कई वर्षों से कुछ परंपराएं है, इस पीठ की परंपरा रही है किस समय-समय पर समाज की जो-जो आवश्यकताओं और और समाज को मार्गदर्शन प्राप्त हो ऐसी परंपराओं का निर्वहन किया है. उन्होंने कहा वर्तमान में रेवासा पीठ पर राघवाचार्य जी महाराज विराजमान है.

मैं चल रहे कार्यों को देखा आया हूं, और समझने का प्रयास करता हूँ. रेवासा धाम गौशाला का कार्य चलता है. गौ माता की रक्षा का संदेश दिया जाता है. मनुष्य के लिए दवाइयां बनाई जाती है साथी कृषकों को जैविक खाद बनाने का मार्गदर्शन मिलता है. जो आज की वर्तमान स्थिति बनी है इसका एक ही रास्ता है कि गौ माता ही हमारा आधार बनती है,

इसलिए गौ माता की रक्षा जरूरी है.उन्होंने कहा भारत में ऐसे केंद्र खूब है जिनमें से एक केंद्र रेवासा धाम है. जहां इस तरह के कार्य होते हैं. साथ-साथ ही प्राचीन ज्ञान और विज्ञान की परंपरा को सुरक्षित रखना व आगे बढ़ना और नई पीढ़ी में रुचि निर्माण करना साथी प्राचीन परंपराओं को आगे बढ़ते हुए इसका विस्तार करना की शिक्षा देने के उद्देश्य से रेवासा धाम में वेदों की शिक्षा की जाती है.

हमने हमेशा कहा है कि पारंपरिक वैदिक शिक्षा ज्ञान के लिए होती है भरण पोषण के लिए नहीं. उन्होंने कहा मैं समझता हूं कि बहुत बड़ा कार्य यहां राघवाचार्य जी के सानिध्य में हो रहा है,वैदिक ज्ञान प्राप्त करने वाले छात्रों को सुविधा प्राप्त हो इसके लिए भवन का निर्माण हो रहा है और जिन दानदाताओं ने भवन निर्माण में सहयोग किया है वह भी धन्यवाद के पात्र है साथ ही इस मौके पर दो पुरस्कारों का वितरण भी किया गया है.

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