वसुंधरा राजे ने किसे बताया विष किसे कहा अमृत ?
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वसुंधरा राजे ने किसे बताया विष किसे कहा अमृत ?

Rajasthan Politics : राजस्थान (Rajasthan)में चुनाव पास हैं. ऐसे में हर राजनेता के बयानों के कुछ ना कुछ मायनें जरूर है. अब वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje)को ही ले लीजिए. सावन का महीना चल रहा है और वसुंधरा राजे ने अपने जीवन संघर्ष को एक समुद्र मंथन जैसा बना दिया है. जिसमें से अमृत ही नहीं, विष भी निकलता है. राजे कहती हैं कि विष को पीने वाला ही सच्चा शिव भक्त होता है और मुझे गर्व है कि मैं शिव भक्त हूं और शिव के सहारे हूं. 

वसुंधरा राजे ने किसे बताया विष किसे कहा अमृत ?

Rajasthan Politics : राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का बयान एक बार फिर चर्चा में हैं . वसुंधरा राजे ने इशारों में अपने धुर विरोधियों पर इस बयान के जरिए जमकर निशाना साधा है. वसुंधरा राजे ने कहा कि जीवन संघर्ष भी एक समुद्र मंथन के जैसा ही है. जिसमें से अमृत ही नहीं, विष भी निकलता है. उस विष को पीने वाला ही सच्चा शिव भक्त होता है. मुझे गर्व है कि मैं शिव भक्त हूं, शिव के सहारे हूं.

अलवर में शिव महापुराण कथा के समापन वसुंधरा राजे शामिल हुई थी. एक ट्वीट के जरिए राजे ने कहा कि -जैसा महाराज जी ने बताया मनुष्य और मौसम की एक राशि है. ये दोनों कब बदल जाये, पता ही नहीं चलता है. लेकिन हां, सभी मनुष्य एक जैसे भी नहीं होते है. 

आपको बता दें कि  राजस्थान बीजेपी  में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर खींचतान जग जाहिर है. वसुंधरा राजे समर्थक लगातार सीएम फेस घोषित करने की मांग कर रहे हैं तो वसुंधरा राजे के धुर विरोधियों का कहना है कि चुनाव में पीएम मोदी ही चेहरा बनेंगे और चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया लगातार ये कहते रहे हैं कि पीएम मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाएगा. 

वसुंधरा राजे ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जिस तरह से भारतीय संस्कृति का पुनरुद्धार हो रहा है. वो अद्भुत है. उन्होंने वाराणसी में काशी विश्वनाथ और उज्जैन में महाकालेश्वर का भव्य कोरिडोर बनवाया है. अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनवाया हैं.

राजे ने कहा कि  मैं मानती हूं कि भगवान शिव की मोदी जी पर बड़ी कृपा है, इसलिए उन्हें 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने का मौका मिला. सत्य ही ईश्वर है. सत्य ही शिव है. इसलिए यदि शिव को अपनाना है तो सत्य पर रहो, फिर आपको किसी से डरने की जरूरत नहीं है. प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी के श्रीमुख से महादेव कथा का सौभाग्य प्राप्त हुआ. राजे ने  महाराज श्री का अभिवादन किया और कथा आसन की आरती उतारकर आशीर्वाद भी लिया.

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