आठ साल बाद भी शुरू नहीं हुआ गर्ल्स हॉस्टल, NSUI ने कॉलेज में किया प्रदर्शन
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1278144

आठ साल बाद भी शुरू नहीं हुआ गर्ल्स हॉस्टल, NSUI ने कॉलेज में किया प्रदर्शन

राजकीय पीजी कॉलेज में वर्षों से उपेक्षित पड़े बालिका छात्रावास भवन को लेकर एनएसयूआई छात्र संगठन ने प्रदर्शन किया. कॉलेज में प्रदर्शन कर प्रिंसिपल कार्यालय के बाहर धरना दिया और बालिका छात्रावास को शुरू करने की मांग की.

आठ साल बाद भी शुरू नहीं हुआ गर्ल्स हॉस्टल, NSUI ने कॉलेज में किया प्रदर्शन

करौली: राजकीय पीजी कॉलेज में वर्षों से उपेक्षित पड़े बालिका छात्रावास भवन को लेकर एनएसयूआई छात्र संगठन ने प्रदर्शन किया. कॉलेज में प्रदर्शन कर प्रिंसिपल कार्यालय के बाहर धरना दिया और बालिका छात्रावास को शुरू करने की मांग की. महाविद्यालय में चल रही परीक्षाओं के दौरान प्रदर्शन और धरना दे रहे कुछ छात्रों को पुलिस ने दस्तयाब कर धरना समाप्त कराया.

इस दौरान छात्र संगठनों ने महाविद्यालय प्रशासन पर करीब 36 लाख रुपए की लागत से निर्मित बालिका छात्रावास भवन की उपेक्षा करने, अधूरे निर्माण को पूर्ण करने के लिए बजट कम पड़ने पर आगे कार्रवाई नहीं करने और छात्रावास शुरू कराने में रुचि नहीं दिखाने के आरोप लगाए हैं.

परीक्षा के दौरान महाविद्यालय में छात्र संगठन के प्रदर्शन को देखते हुए करौली कोतवाली थानाधिकारी सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए. एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजेंद्र मनेमा ने बताया कि करीब 8-10 वर्ष पूर्व महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए यूजीसी द्वारा छात्रावास निर्माण के लिए 40 लाख रुपए से स्वीकृत किए थे. करीब 36 लाख रुपए की लागत से महाविद्यालय परिसर में छात्रावास का निर्माण शुरू हुआ. इस दौरान रसोई सहित अन्य निर्माण के लिए बजट कम पड़ने के कारण निर्माण कार्य रुक गया. इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने निर्माण में रुचि नहीं दिखाई. जिसके चलते बालिका छात्रावास का निर्माण पूरा नहीं हुआ. निर्माण अधूरा रहने के कारण बालिका छात्रावास शुरू नहीं हो सका है. ऐसे में महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को छात्रावास की सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा.

कॉलेज के पास फंड पर छात्रावास बनाने का मन नहीं- छात्रा

छात्रों का आरोप है कि महाविद्यालय प्रशासन द्वारा यूजीसी से बजट की डिमांड नहीं की गई. साथ ही महाविद्यालय के विकास फंड में पर्याप्त बजट मौजूद है. अगर विकास समिति में छात्रावास निर्माण की स्वीकृति ले ली जाती है, तो छात्रावास का निर्माण जल्द पूरा हो सकेगा और बालिकाओं को छात्रावास की सुविधाएं मिलेगी. इस दौरान छात्रों ने बजट कम पड़ने पर स्वयं के द्वारा भी सहयोग करने का आश्वासन दिया है. प्रदर्शन के दौरान छात्र ज्ञापन लेने प्रिंसिपल को कमरे से बाहर बुलाने पर अड़ गए. बाद में छात्रों ने प्राचार्य से जल्द ही निर्माण कार्य पूरा कराने का आश्वासन मांगा. प्राचार्य द्वारा आश्वासन नहीं देने पर छात्रों ने ज्ञापन नहीं सौंपा और वहीं धरने पर बैठ गए. बाद में पुलिस ने परीक्षाओं के दौरान प्रदर्शन करने वाले छात्रों को दस्तयाब कर धरना समाप्त कराया.
 

Reporter- Ashish chaturvedi

Trending news