Jodhpur News: जोधपुर पुलिस थाने का नाम सुनते ही लोगो में दहशत का माहौल बन जाता है. समाज में पुलिस की छवि ऐसी बना दी गई. हालाकि पुलिस का स्लोगन है आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय. ऐसे में पुलिस आमजन से जुडाव के लिए हर संभव कोशिश करती है, ताकि समाज में होने वाले अपराध का खुलासा करने एवं अपराध कम करने के लिए आमजन का सहयोग मिल सके.
ऐसे में पुलिस विभाग ने प्रदेश में हर जिले में आदर्श थाने स्थापित किए है. बात जोधपुर की करे तो यहा आदर्श थाने का सही मायने में बदलाव देखने को मिला है बासनी थाने में. थाने में नए थानाधिकारी मोहम्मद शफीक ने जब से चार्ज संभाला है तब से ही लगातार नवाचार करते हुए ना केवल थाने की हालत में सुधार किया बल्कि अब तो होटल जैसे भवन दिखाई देने लगा है.
इसके साथ ही सुविधाओं को विस्तार किया. ताकि यहा पर काम करने वाले जवान घर से माहौल में बिना तनाव से काम कर सके, जिससे वे अपना 100 प्रतिशत काम डुयुटी पर कर सके. इसके लिए जवानों की सुविधाओं के साथ उनके मनोरजंन का भी पूरा ख्याल रखा गया है. उन्होंने बासनी थाने को एक आदर्श थाने के रूप में स्थापित किया है. थाने को एक होटल की तरह सजाया गया है, जिसमें स्वागत कक्ष में फर्श पर रंगोली के साथ अंदर पौधों और गमलों से इसे सजाया गया है.
पुलिस थाने में कार्रवाई के दौरान अपने उपकरण ना ढूंढना पड़े. इसके लिए एक डंडों का स्टैंड भी बनाया गया है. जूता पॉलिश के लिए मशीन लगाई गई है ताकि कांस्टेबल हो यहा सब इंस्पेक्टर असुविधा न हो. दीवारों पर जगह-जगह पेंटिंग लगाई गई है. पुलिस थाने में एक मैस स्थापित किया गया है, जिसे एक रेस्टोरेंट की तरह सजाया गया है.
मैस में तंदूर भी लगाया गया है, ताकि पुलिस कर्मियों को मन मुताबिक और अच्छा खाना मिल सके. इसके साथ हवालात के ठीक पास में दीवार पर टीवी लगाई गई है. रात के समय ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों को नींद ना आए और वह टीवी भी देखते रहें और मुजरिमों पर ध्यान भी लग रहे.
थानाधिकारी शफीक पहले जिस थाने में पोस्टेड थे, उन्होंने वहां पर एक ओपन जिम भी बनवाया था, जिससे पुलिसकर्मियों की फिटनेस पर ध्यान दिया जा सके. इसके अलावा, थाने में डंडे रखने के लिए एक विशेष बॉक्स भी तैयार किया गया है, ताकि पुलिसकर्मियों को आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके.