Jhalawar Crime: शिक्षक ने स्कूल से निकाला तो छात्र ने बदला लेने की ठानी, शिवचरण सेन हत्याकांड का खुलासा
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Jhalawar Crime: शिक्षक ने स्कूल से निकाला तो छात्र ने बदला लेने की ठानी, शिवचरण सेन हत्याकांड का खुलासा

हाड़ौती के जाने-माने कवि और शिक्षक शिवचरण सेन की हत्याकांड का मास्टर माइंड मृतक शिक्षक का ही एक पूर्व छात्र था, जिसने 2 अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने ही गुरु को मौत के घाट उतार दिया. शिक्षक शिवचरण सेन ने उस छात्र को पूरे विद्यालय स्टाफ व छात्रों के सामने जमकर डांटा और फटकारा जिसके बाद बदला लेने की ठानी.

Jhalawar Crime: शिक्षक ने स्कूल से निकाला तो छात्र ने बदला लेने की ठानी, शिवचरण सेन हत्याकांड का खुलासा

Jhalawar Crime News: जिले के झालरापाटन थाना क्षेत्र के गिरधरपुरा सरकारी विद्यालय से घर लौट रहे हाड़ौती के जाने-माने कवि और शिक्षक शिवचरण सेन की अज्ञात बदमाशों ने चाकू से गोदकर नृशंस हत्या कर दी थी. मामले का जब झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने खुलासा किया, तो हर कोई सन्न रह गया. हत्याकांड का मास्टर माइंड मृतक शिक्षक का ही एक पूर्व छात्र था, जिसने 2 अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने ही गुरु को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने वारदात में शामिल कुल तीनों नाबालिग आरोपियों को डिटेन कर लिया है. इसके साथ ही आरोपियों के पास से वारदात में प्रयुक्त चाकू और घटना के बाद लूटी गई शिक्षक की बाइक को भी बरामद कर लिया गया.

आखिर क्यों एक छात्र अपने ही गुरु के खून का प्यासा हो गया

पूरे हाडोती क्षेत्र के श्रोताओं को अपने अनोखे काव्य पाठ और अंदाज से मंत्रमुग्ध कर देने वाले जाने-माने हाडोती भाषा के कवि और शिक्षक शिवचरण सेन हाडोती भाषा में काव्य पाठ के लिए उनकी एक अलग ही पहचान थी.

पेशे से शिक्षक झालावाड़ निवासी शिवचरण सेन जिले के गिरधरपुरा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में सेवारत थे. बीते 4 अप्रैल को वे अपनी बाइक से गिरधरपुरा विद्यालय गए थे. दोपहर करीब 1:00 बजे जब विद्यालय समय समाप्त होने के बाद वापस अपने घर लौट रहे थे, उसी दरम्यान गिरधरपुरा गांव को एनएच 52 से जोड़ने वाले लिंक रोड पर घात लगाकर बैठे अज्ञात बदमाशों ने शिवचरण सेन की चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी. हत्याकांड में क्रूरता इतनी थी, कि शिक्षक के सीने पर चाकुओं के 8 गहरे घाव थे. हत्याकांड के बाद अज्ञात बदमाश शिक्षक की बाइक को भी लूट कर ले गए.

झालावाड़ शहर में आग की तरह फैल गई खबर

घटना के कुछ ही मिनट बाद स्कूल का ताला लगाकर पीछे से आ रहे उनके साथी शिक्षक को शिवचरण सेन खून में लथपथ हालत में मार्ग पर पड़े मिले. साथी शिक्षक उन्हें कार में डालकर करीब 1:30 बजे झालावाड़ जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. चिकित्सकों ने शिवचरण सेन को मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी झालावाड़ शहर में आग की तरह फैली और देखते ही देखते झालावाड़ जिला चिकित्सालय में शिक्षकों साहित्यकारों तथा सेन समाज के नुमाइंदों का जमावड़ा हो गया. घटना की गंभीरता देखते हुए झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर भी जिला अस्पताल पहुंच गई. आनन-फानन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा व डीएसपी ब्रजमोहन मीणा के नेतृत्व में टीमें गठित कर दी गई और पूरे जिले की नाकेबंदी कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई.

शिक्षक के सीने पर चाकुओं से ताबड़तोड़ 8 वार

उधर मृतक शिवचरण सेन का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया. जिसमें पता चला कि शिक्षक के सीने पर चाकुओं से ताबड़तोड़ 8 वार किए गए थे, जिनमें कुछ घाव तो इतने गहरे थे कि उनके दिल में भी छेद हो गया था. झालावाड़ जिले के शिक्षक और जाने-माने कवि व साहित्यकार जिनकी किसी से कभी कोई दुश्मनी नहीं रही. हर व्यक्ति जिनकी तारीफ कर रहा था. आखिर उनकी हत्या किसने की यही सवाल हर किसी के दिमाग को उलझा रहा था.

1000 मोबाइल नंबर से किया गया ट्रेस

उधर घटना के बाद एसपी रिचा तोमर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा, तथा डीएसपी ब्रजमोहन मीणा घटनास्थल की खाक छान रहे थे, लेकिन ना घटना का कोई चश्मदीद मिला और ना ही किसी ने आरोपियों को वहां से भागते देखा. ऐसे में इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करना पुलिस के लिए भी चुनौती बन गया. पुलिस टीमों द्वारा डॉग स्क्वायड की भी मदद ली गई, तो वहीं घटना स्थल के 10 किलोमीटर के आसपास क्षेत्र के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. करीबन 1000 मोबाइल नंबर से कभी एनालिसिस किया गया, लेकिन 3 दिन बाद तक भी पुलिस के हाथ खाली दिखे. आला पुलिस अधिकारियों सहित 100 से अधिक जवानों का गिरधरपुरा गांव में जमावड़ा बना रहा.

साहित्यकारों व सेन समाज में आक्रोश बढ़ता चला गया

उधर समय बीतने के साथ साथ ही शिक्षकों साहित्यकारों व सेन समाज में आक्रोश बढ़ता चला गया. शिक्षक संघ ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करते हुए महज 3 दिन का अल्टीमेटम दे दिया। उधर सेन समाज के लोगों का भी आक्रोश बढ़ता जा रहा था. झालावाड़ जिले के विभिन्न कस्बों में रैलियों, प्रदर्शन और ज्ञापन का दौर जारी था, जिसके चलते पुलिस भी खुद को बैकफुट पर महसूस कर रही थी.

उसी दरमियान झालावाड़ पुलिस टीम के हाथ वारदात के खुलासे को लेकर हल्की रोशनी नजर आई. घटनास्थल के आसपास के गांवों की तलाशी के दौरान एक छात्र वारदात के दिन से ही गायब होना पाया. उधर साइबर टीमों द्वारा ट्रेस किए गए मोबाइल नंबर भी इसी ओर इशारा कर रहे थे. पुलिस टीमों ने एक बार फिर स्कूल के छात्रों व विद्यालय स्टाफ से पूछताछ की, तो हत्याकांड की कड़ियां जुड़ती चली गई.

टीसी काटकर छात्र को विद्यालय से निष्कासित कर दिया था

पुलिस को पता चला कि करीब 1 वर्ष पूर्व राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गिरधरपुरा में सेवारत शिक्षक शिवचरण सेन ने विद्यालय में ही अध्ययनरत बगदर निवासी एक छात्र को सहपाठी छात्रा के साथ प्रेम प्रसंग होने की जानकारी मिली थी, जिस पर शिक्षक शिवचरण सेन ने उस छात्र को पूरे विद्यालय स्टाफ व छात्रों के सामने जमकर डांटा और फटकारा. बाद में छात्र की अनुशासनहीनता को देखते हुए उसकी टीसी काटकर छात्र को विद्यालय से निष्कासित कर दिया गया था.

बदला लेने की ठान चुका था

छानबीन के दौरान वारदात के दिन से ही गायब छात्र भी वहीं था. मोबाइल नंबर की लोकेशन भी यही बता रही थी. जिसके बाद पुलिस टीमों ने सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी जानकारियों के माध्यम से आरोपियों की तलाश शुरू की. पुलिस को तीन आरोपियों के हत्याकांड में शामिल होने की जानकारी मिली. हत्या के बाद आरोपी मृतक शिक्षक की बाइक लेकर झालावाड़ जिले के रायपुर होते हुए मध्य प्रदेश के रतलाम पहुंचे, जिसके बाद तीनों आरोपी रतलाम से कोटा पहुंचे, लेकिन पुलिस टीमें लगातार निगरानी कर रही थी और झालावाड़ पुलिस टीम ने कोटा डीएसटी टीम के साथ मिलकर तीनों नाबालिक आरोपियों को धर दबोचा. वारदात के बाद आरोपियों ने शिक्षक की बाइक की नंबर प्लेट भी तोड़ डाली थी.

पुलिस टीमें आरोपितों को लेकर झालावाड़ पहुंची और गहन पूछताछ की, जिसमें मुख्य आरोपी समीप के ही बगदर गांव का निवासी पूर्व छात्र ही निकला। पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि, शिक्षक शिवचरण सेन ने करीब 1 वर्ष पूर्व उसे विद्यालय में सभी छात्रों के सामने जलील किया गया था और स्कूल से टीसी काटकर निष्कासित भी कर दिया था, तब से ही वह बदला लेने की ठान चुका था.

दो अन्य साथियों को बुलाया और मार्ग पर घात लगाकर बैठ गया

लेकिन शिक्षक शिवचरण सेन अपने अन्य साथी शिक्षकों के साथ कार से आता था. ऐसे में उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा. 4 अप्रैल को शिक्षक शिवचरण सेन अपनी बाइक से अकेले ही विद्यालय आए थे. जिसकी जानकारी उन्हें मिलते ही आरोपी नाबालिग पूर्व-छात्र ने झालावाड़ तथा सुकेत निवासी अपने दो अन्य साथियों को बुलाया और मार्ग पर घात लगाकर बैठ गए. जैसे ही शिक्षक शिवचरण सेन स्कूल समय खत्म होने के बाद अपने घर लौट रहे थे, उसी दरमियान तीनों आरोपियों ने शिक्षक पर चाकू से हमला कर उनके सीने को छलनी कर दिया और नृशंस हत्या कर शिक्षक की बाइक लेकर फरार हो गए.

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झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने मामले का  किया खुलासा

झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस टीमों की कड़ी मेहनत रंग लाई और तीनों नाबालिग आरोपियों को पुलिस ने निरुद्ध किया है. पुलिस अब आरोपियों को मदद तथा आश्रय देने वाले लोगों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है. झालावाड़ पुलिस द्वारा इस प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम के अंतर्गत लाकर जल्द चालान कराया जायेगा और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने का प्रयास होगा.

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