जयपुर स्थापना दिवस पर सौम्या-मुनेश गुर्जर ने तोड़ी परंपरा, दोनों की राहें नजर आई जुदा
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जयपुर स्थापना दिवस पर सौम्या-मुनेश गुर्जर ने तोड़ी परंपरा, दोनों की राहें नजर आई जुदा

गुलाबी नगर जयपुर का 295 वां स्थापना दिवस आज धूमधाम से मनाया जा रहा है. स्थापना दिवस कार्यक्रम जयपुर हर वर्ष नगर निगम की ओर से आयोजित किया जा रहा है.

जयपुर स्थापना दिवस पर सौम्या-मुनेश गुर्जर ने तोड़ी परंपरा, दोनों की राहें नजर आई जुदा

Jaipur News : गुलाबी नगर जयपुर का 295 वां स्थापना दिवस आज धूमधाम से मनाया जा रहा है. स्थापना दिवस कार्यक्रम जयपुर हर वर्ष नगर निगम की ओर से आयोजित किया जा रहा है. जयपुर समारोह 18 नवंबर से 18 दिसंबर तक चलेगा जिसमें बॉलीवुडनाईट, लाफ्टर नाईट, राजस्थानी लोक नृत्य, हास्य कवि सम्मेलन, मुशायरा कार्यक्रम आयोजित होंगे.

कार्यक्रम की शुरुआत मोती डूंगरी गणेश मंदिर से गणेश निमंत्रण पत्र देकर की गई. इस दौरान हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर और ग्रेटर महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने मोती डूंगरी गणेश मंदिर में श्री गणेश जी को निमंत्रण पत्र दिया. इसी के साथ ही महंत कैलाश शर्मा ने आए हुए अतिथियों को पूजा अर्चना कराई. इसके बाद सौम्या गुर्जर और मुनेश गुर्जर ने गंगापोल द्वार पर विराजे भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना की . इसके बाद महापौर और पार्षद गोविंद देव जी मंदिर जाकर प्रदेश मैं अमन चैन शांति खुशहाली की कामना कर भगवान से आशीर्वाद लिया. इसके बाद कथक कार्यक्रम से जयपुर स्थापना दिवस के कार्यक्रमों की शुरुआत की गई.

इस दौरान महापौर सौम्या गुर्जर ने स्थापना दिवस पर जयपुर वासियों को बधाई देते हुए कहा कि हर साल गुलाबी नगरी से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. जयपुर शहर को और बेहतर किस तरीके से बनाया जाए, इस पर नगर निगम इस दिशा में काम कर रहा है. वही महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा जयपुर स्थापना दिवस में जयपुर से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. जिससे जयपुर स्थापना दिवस समारोह को और अधिक प्रभावी ढंग से मनाया जा सके. जयपुर शहर के विकास के लिए हेरिटेज नगर पूरी तरह वचनबद्ध है. जनता ने उन्हें जयपुर शहर की सेवा करने का मौका दिया है जिसे वह बखूबी निभा रही हैं.

इसी के साथ ही महापौर मुनेश गुर्जर और सौम्या गुर्जर के बीच बढ़ती दूरियां शहर में चर्चा का विषय बनी. 2 साल पहले दोनों महापौर ने साथ-साथ काम करने का वादा किया था, जो आज टूटता हुआ नजर आया. दोनों ही महापौर अपना किया हुआ वादा पूरी करती हुई नजर नहीं आई. 2 साल में ही दोनों महापौर के रास्ते अलग-अलग हो गए. मोती डूंगरी गणेश मंदिर हो या गंगापोल द्वार पर पूजन समारोह दोनों ही जगह हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर पहले पहुंचकर पूजा अर्चना कर निकल गई, इसके बाद ग्रेटर महापौर सौम्या गुर्जर पूजा अर्चना करने पहुंची. इसके बाद दोनों महापौर गोविंद देव जी मंदिर भी अलग-अलग पहुंची लेकिन मंदिर के पट खुलने पर दोनों ने पूजा-अर्चना एक साथ की. इसी के साथ ही गोविंद देव जी मंदिर में निगम द्वारा आयोजित कत्थक कार्यक्रम में दोनों पास-पास बैठी नजर आई.

ग्रेटर महापौर सौम्या गुर्जर ने दूरियों की बात को सिरे से नकारते हुए कहा कि दोनों महापौर मिलकर जयपुर शहर के विकास में अपना योगदान दे रही हैं. जयपुर शहर का और अधिक विकास किस तरह किया जाए जिससे जनता को राहत मिले उस दिशा में काम किए जा रहे हैं. वहीं इस दौरान हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर ने शहर की सफाई व्यवस्था का हवाला देकर मतभेद की बात को टाल दिया. उन्होंने कहा कि मैं सुबह हर दिन 2 वार्ड का दौरा करती हूं, जयपुर स्थापना दिवस समारोह होने के चलते भी मैंने अपने दौरे को रद्द नहीं करा. मुझे जल्दी ही कार्यक्रमों में पहुंचना था, इसलिए मैं पहले जाकर मंदिरों में पूजा-अर्चना करके भगवान का आशीर्वाद लिया.

आने वाले दिनों में देखने वाली बात यह होगी कि दोनों महापौर मिलकर जयपुर शहर को क्लीन सिटी ग्रीन सिटी का दर्जा दिलवा पाती हैं या नहीं. अगर जयपुर को स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन लाना है तो दोनों महापौर को कठिन परिश्रम करने की जरूरत है, जिससे इंदौर की तरह जयपुर भी साफ सुथरा शहर बने और लोगों को राहत मिले.

Reporter- Anup Sharma

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