राजस्थान विधानसभा में भी छात्रसंघ चुनाव की गूंज, निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने उठाया मुद्दा
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राजस्थान विधानसभा में भी छात्रसंघ चुनाव की गूंज, निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने उठाया मुद्दा

राजस्थान में उठी छात्रसंघ चुनाव की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. विधानसभा में भी गुरुवार को छात्रसंघ चुनाव की गूंज सुनाई दी. शिव से निर्दलीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने शून्यकाल में छात्रसंघ चुनाव का मुद्दा उठाया और सरकार से नियमित रूप से छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग की.

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Jaipur News: प्रदेश में उठी छात्रसंघ चुनाव की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. विधानसभा में भी गुरुवार को छात्रसंघ चुनाव की गूंज सुनाई दी. शिव से निर्दलीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने शून्यकाल में छात्रसंघ चुनाव का मुद्दा उठाया और सरकार से नियमित रूप से छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग की.

विधानसभा में शून्यकाल के दौरान नियम प्रक्रिया 295 के तहत विशेष उल्लेख के तहत रविंद्र भाटी ने छात्रसंघ चुनाव का मामला उठाया. रविंद्र भाटी ने कहा कि पिछली सरकार ने कुलपति समिति की सिफारिश पर रोक लगा दी थी. समिति ने कहा था कि छात्र संघ चुनाव नई शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन में बाधक है. छात्रसंघ चुनावों के तर्क अनुचित और औचित्यहीन है. 

सरकार से आग्रह है कि युवा देश का भविष्य है और युवाओं में राजनीतिक क्षमता के विकास के लिए नियमित छात्र संघ चुनाव कराया जाना आवश्यक है. छात्र संघ चुनाव राजनीति में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करता है . छात्रसंघ चुनाव राजनीति में पहली सीढी हैं, जो युवा पीढ़ी को तैयार करती है.

राजनीति की पहली सीढ़ी, अधिकांश नेता छात्र नेता रहे 
भाटी ने कहा कि राष्ट्रीय राजनीतिक नेतृत्व के साथ-साथ राजस्थान पर अधिकतम राजनीतिक नेतृत्व कर्ता छात्र राजनीति से निकले हैं. खुद अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी छात्र संघ राजनीति से आते हैं. मेरा संबंध भी सदन में छात्र राजनीति से रहा है . साथ ही साथ सदन में बड़ी संख्या में ऐसे सदस्य उपस्थित है जिन्होंने छात्र राजनीति के मंच से अपनी यात्रा शुरू की है. छात्र संघ चुनाव में युवाओं राजनीतिक मूल्यों को सीखता है दूसरों के अधिकारों के लिए लड़ना सीखता है. जहां पहली बार जन सेवा की भावना आकार लेती है. 

छात्र संघ चुनाव वर्तमान परिदृश्य का आधार स्तंभ है, जो राष्ट्र निर्माण की रूपरेखा है . लोकतांत्रिक व्यवस्था में छात्र संघ चुनाव अपरिहार्य, अनिवार्य है. राज्य सरकार से मांग की कि स्वच्छ पारदर्शी और नियमित चुनाव करवाने की कृपा करें. छात्र निर्माण में राष्ट्र निर्माण में राष्ट्र की नीति निर्माण में राष्ट्रीय के लोक कल्याणकारी सहयोग प्रदान करेगा.

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