Hariyali Teej 2024: राजस्थान में हरियाली तीज काफी धूमधाम से मनाई जाती है. हरियाली तीज भगवान शिव और मां पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतीक मानी जाती है. इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती के भक्त उपवास, प्रार्थना और कई अनुष्ठान करते हैं. इस साल हरियाली तीज 7 अगस्त को मनाई जाएगी. आज हम आपको हरियाली तीज की एक कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं.
पूरे भारत में तीन तरह की तीज मनाई जाती हैं- हरियाली तीज, हरतालिका तीज और कजरी तीज. आज हम हरियाली तीज के बारे में बताएंगे. परंपराओं के अनुसार, महिलाएं हरियाली तीज पर बिना पानी के एक दिन का व्रत रखकर अपने पति के लिए प्रार्थना करती हैं.
हरियाली तीज दिव्य मिलन का स्मरण को याद दिलाती है जब माता पार्वती ने भगवान शंकर को अपने पति के रूप में स्वीकार किया था. यह घटना मां पार्वती के 108वें जन्म का प्रतिनिधित्व करती है. इस दौरान माता पार्वती ने 107 पिछली अस्वीकृतियों के बाद आखिरकार शिव को अपने पति के रूप में स्वीकार किया था. इस दिन को हरियाली तीज के रूप में मनाया जाता है.
हरियाली तीज पर महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए भगवान शिव और मां पार्वती से प्रार्थना करती हैं. महिलाएं पूरे दिन व्रत रखती हैं, हरे या लाल रंग के कपड़े पहनती हैं, अपने हाथों को मेहंदी से लगाती हैं, श्रृंगार करती हैं.
रिवाजों के मुताबिक, तीज पर माता-पिता अपनी शादीशुदा बेटियों के घर शुभ उपहार भेजते हैं, जिसमें मिठाइयां, भारतीय व्यंजन घेवर, साथ ही मेहंदी और चूड़ियां शामिल होती हैं. यह त्यौहार राजस्थान में काफी फेमस है.
हरियाली तीज पर महादेव और माता पार्वती के भक्त उपवास, प्रार्थना और कई अनुष्ठान करते हैं. इस साल हरियाली तीज का त्योहार 7 अगस्त को मनाया जाएगा. राजस्थान में हरियाली तीज कुछ अलग अंदाज में मनाई जाती है. इस दिन महादेव और माता पार्वती की झांकी निकाली जाती है.
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