Jaipur News:साफ सफाई को लेकर चिकित्सा विभाग का बड़ा फैसला,1 अप्रैल से क्यूआर कोड आधारित सफाई व्यवस्था अनिवार्य
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Jaipur News:साफ सफाई को लेकर चिकित्सा विभाग का बड़ा फैसला,1 अप्रैल से क्यूआर कोड आधारित सफाई व्यवस्था अनिवार्य

Jaipur News:अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं अस्पताल में बेहतर साफ-सफाई के लिए आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर ने क्यूआर कोड आधारित सफाई व्यवस्था शुरू करने का नवाचार किया था. 

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Jaipur News:प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में साफ सफाई को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग गंभीर है.अस्पतालों में साफ-सफाई को लेकर क्यूआर कोड सिस्टम को लागू नहीं किए जाने पर 8 मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपलों को नोटिस दिए जाने के बाद अब 1 अप्रैल से प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध अस्पतालों में क्यूआर कोड आधारित सफाई व्यवस्था अनिवार्य रूम से लागू करने के आदेश जारी कर दिए हैं. इसके साथ ही 5 अप्रैल तक इसकी पालना रिपोर्ट करवाना अनिवार्य होगा.

अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं अस्पताल में बेहतर साफ-सफाई के लिए आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर ने क्यूआर कोड आधारित सफाई व्यवस्था शुरू करने का नवाचार किया था. 

उसके बाद प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पताल एवं अन्य चिकित्सा संस्थानों में इस नवाचार को अपनाने के निर्देश दिए गए थे. प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों के लिए अब यह व्यवस्था 1 अप्रैल से अनिवार्य की जा रही है.

5 अप्रैल तक पालना रिपोर्ट से कराना होगा अवगत

चिकित्सा शिक्षा आयुक्त इकबाल खान ने बताया कि यह व्यवस्था लागू करने के लिए मेडिकल कॉलेज जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा, अजमेर, बाड़मेर, डूंगरपुर, भरतपुर, भीलवाड़ा, सीकर, पाली, चूरू, झालावाड़ एवं आरयूएचएस जयपुर के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक को पत्र भेजकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं. इन सभी मेडिकल कॉलेजों को यह व्यवस्था लागू कर 5 अप्रैल तक पालना रिपोर्ट से अवगत कराना होगा.

हर अस्पताल में नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा

खान ने बताया कि क्यूआर कोड आधारित सफाई व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सभी सम्बद्ध अस्पतालों में नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी. वे क्यूआर कोड के माध्यम से प्राप्त सफाई संबंधी शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करेंगे.

साथ ही चिकित्सा महाविद्यालय स्तर पर एक तकनीकी अधिकारी या आईटी कार्मिक को भी नामित किया जाएगा, जो इस व्यवस्था में आने वाली समस्याओं का समाधान करेंगे एवं प्राप्त शिकायतों का संकलन करेंगे.

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