Jaipur News: परिवहन विभाग के कार्यालयों में अंधेर नगरी, चौपट राजा जैसा हाल चल रहा है. यहां परिवहन विभाग में लगे हुए आईटी के सूचना सहायक या सहायक प्रोग्रामर स्तर के कर्मचारियों को वाहन पंजीयन, ड्राइविंग लाइसेंस, फिटनेस सेंटर, ड्राइविंग स्कूल जैसे अलग-अलग कार्य दिए हुए हैं.
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Jaipur News: परिवहन विभाग के मुख्यालय से जो आदेश निकलते हैं, फील्ड में उनकी पालना का स्तर काफी खराब है. विभाग ने आईटी विभाग और लेखा विभाग के कर्मचारियों को अन्य कार्य आवंटित नहीं करने के आदेश दिए हुए हैं, लेकिन प्रदेश के कई जिला परिवहन कार्यालयों और आरटीओ कार्यालयों में इन आदेशों की पालना नहीं हो रही है.
केस-1
नाम- छिंगाराम मीना
पद- करौली DTO में सहायक प्रोग्रामर
क्या काम कर सकते हैं- आईटी से जुड़े हुए सभी कार्य
कर क्या रहे हैं- नए दुपहिया वाहनों का पंजीयन, दुपहिया का वाहन हस्तांतरण, पंजीयन सरेंडर आदि कार्य
केस-2
नाम- किरण
प
द- झुंझुनूं DTO में सूचना सहायक
क्या काम कर सकती हैं- आईटी से जुड़े हुए सभी कार्य
कर क्या रही हैं- स्वामित्व हस्तांतरण, नए गुड्स वाहनों का पंजीयन, डुप्लीकेट आरसी सत्यापन आदि कार्य
यह दो नाम तो केवल उदाहरण मात्र हैं. परिवहन विभाग के कार्यालयों में अंधेर नगरी, चौपट राजा जैसा हाल चल रहा है. यहां परिवहन विभाग में लगे हुए आईटी के सूचना सहायक या सहायक प्रोग्रामर स्तर के कर्मचारियों को वाहन पंजीयन, ड्राइविंग लाइसेंस, फिटनेस सेंटर, ड्राइविंग स्कूल जैसे अलग-अलग कार्य दिए हुए हैं. यह सब तो तब हो रहा है, जब परिवहन विभाग ने स्पष्ट आदेश निकाले हुए हैं कि आईटी शाखा और लेखा शाखा के कर्मचारियों को उनके कार्य के अलावा किसी तरह का अन्य कार्य आवंटित नहीं किया जा सकता है.
दरअसल परिवहन विभाग के ज्यादातर जिला परिवहन कार्यालयों और आरटीओ कार्यालयों में रोस्टर आदेशों के विपरीत कार्य कराया जा रहा है. परिवहन मुख्यालय ने 28 सितंबर 2020 को स्पष्ट आदेश जारी किए थे. आदेश में रोस्टर को लेकर कहा गया था कि लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों का साल में एक बार 1 अप्रैल को रोस्टर किया जा सकता है.जबकि परिवहन निरीक्षक संवर्ग का रोस्टर साल में 2 बार 1 अप्रैल और 1 अक्टूबर को किया जा सकता है. कई जिला परिवहन कार्यालयों में इन आदेशों के विपरीत मनमर्जी से लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों को साल में 2 से 3 बार बदला जा रहा है.
परिवहन मुख्यालय के आदेशों की अवहेलना कैसे ?
- झुंझुनूं DTO ने 28 फरवरी के रोस्टर आदेश में 4 सूचना सहायक लगाए
- स्वामित्व हस्तांतरण, यात्री वाहन कर गणना, नए गुड्स वाहनों का पंजीयन कार्य दिए
- ई-रवन्ना, चालान कार्य आदि लिपिक वर्ग के कार्य दिए
- करौली DTO ने 5 जनवरी 2024 को 2 सहायक प्रोग्रामर, 2 IA लगाए
- सहायक प्रोग्रामर को स्थाई लाइसेंस, वाहन पंजीयन सम्बंधी सभी कार्य दिए
- लाइसेंस निलंबन, डीलर, ट्रेड, टोहास, प्रदूषण केन्द्र आदि कार्य दिए
- भरतपुर RTO ने 20 जून 2024 के आदेश में आधा दर्जन से अधिक को कार्य दिए
- सहायक प्रोग्रामर को फिटनेस सेंटर, ड्राइविंग स्कूल, प्रदूषण केन्द्र के कार्य दिए
परिवहन मुख्यालय के 28 सितंबर 2020 के आदेश में लेखा शाखा और आईटी शाखा के कर्मचारियों को इनके मूल दायित्व के अलावा अन्य कार्य नहीं देने के लिए कहा गया था. दरअसल आईटी शाखा के कर्मचारी सारथी या वाहन सॉफ्टवेयर से जुड़े कार्य, केएमएस, इनवार्ड आदि कार्य ही कर सकते हैं. परिवहन मुख्यालय में आईटी शाखा के प्रभारी रोहिताश मीना ने भी आदेश निकाले हुए हैं कि आईटी शाखा के कर्मचारी लिखित आदेशों सम्बंधी कोई कार्य नहीं करेंगे. लेकिन कई जिलों में आईटी शाखा के कर्मचारियों से नियम विपरीत कार्य कराए जा रहे हैं.
5 महीने में 2 बार कर दिया रोस्टर
- करौली DTO महावीर पंचोली ने 5 महीने में दो बार कर दिया कर्मचारियों का रोस्टर
- 5 जनवरी 2024 के बाद 22 मई को आचार संहिता में ही रोस्टर कर दिया
- जबकि परिवहन आयुक्त ने आचार संहिता अवधि में रोस्टर करने पर रोक लगाई थी
- 22 मई को करौली DTO ने सहायक प्रोग्रामर, IA को चार्ज दिए
- नए दुपहिया का पंजीयन, वाहन हस्तांतरण, डीलर ट्रेड, कार पंजीयन कार्य दिए
- चौमूं DTO ने सहायक प्रोग्रामर को नए वाहन पंजीयन, फिटनेस सेंटर के कार्य दिए हुए
- चौमूं में सूचना सहायक को दूसरे राज्यों के वाहन असाइनमेंट, ट्रेड, डीलर पंजीयन आदि कार्य
- श्रीगंगानगर डीटीओ ने सूचना सहायकों को चालान शाखा, टैक्सी वाहन पंजीयन कार्य दिए
- श्रीगंगानगर में सहायक प्रोग्रामर को लाइसेंस शाखा प्रभारी, डीलर ट्रेड कार्य भी दिए हुए