जयपुरः उप जिला अस्पताल की एंबुलेंस खटारा होने से निजी एंबुलेंस संचालकों की चांदी, आखिर कहां है ढील
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जयपुरः उप जिला अस्पताल की एंबुलेंस खटारा होने से निजी एंबुलेंस संचालकों की चांदी, आखिर कहां है ढील

Jaipur: जयपुर जिले के दूदू विधानसभा के मुख्यालय पर स्थित उप जिला अस्पताल की एंबुलेंस खटारा हो जाने के कारण मरीजों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों को जीवीके की एम्बुलेंस पर निर्भर रहना पड़ रहा है.

 

जयपुरः उप जिला अस्पताल की एंबुलेंस खटारा होने से निजी एंबुलेंस संचालकों की चांदी, आखिर कहां है ढील

Jaipur: जयपुर जिले की दूदू विधानसभा के मुख्यालय पर स्थित उप जिला अस्पताल की एम्बुलेंस खटारा हो गई है. कई वर्षों से कबाड़ में तब्दील होकर उप जिला अस्पताल की शोभा बढ़ा रही है. जानकारी के अनुसार उप जिला अस्पताल का आउट डोर का 300 से 350 का औसत रहता है. पर गंभीर रोगियों के सामने हॉस्पिटल की अपनी एम्बुलेंस नहीं होने के कारण या तो 108 एम्बुलेंस का इंतजार करना पड़ता या किसी निजी वाहन के सहारे ही रोगी को अन्यंत्र शिफ्ट किया जाता रहा है. 

जिससे आमजन को भारी मुसीबतों से रुबरु होना पड़ रहा है. नहीं तो स्वास्थ्य विभाग इस ओर ध्यान दे रहा है. नहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि जिसका खामियाजा स्थानीय वाशंदि को उठाना पड़ रहा है. जबकि विधानसभा मुख्यालाय राज्य के मुखिया के सलाहकर का क्षेत्र है.

 एंबुलेंस खराब पर चिंता वांशिदों को दूदू उप जिला अस्पताल की एम्बुलेंस खटारा साबित हो गई है, जिससे दूदू क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानियां से रुबरु होना पड़ रहा है. उप जिला अस्पताल में गंभीर स्थिति में आए मरीजों को रेफेर करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है.

जीवीके की एंबुलेंस 108 पर निर्भरता रहती है. जिससे अगर रोगी के गंभीर अवस्था में होता है. तो उसके लिए जान बचना भी मुश्किल हो जाती है. पर क्षेत्रीय जनप्रनिधि इस बात को लेकर ध्यान ही नही देते है. एंबुलेंस की शख्त जरुरत ग्रामीणों ने विधायक से मिलकर मांग रखी. उप जिला अस्पताल में एक सरकारी एम्बुलेंस का होना जरूरी है.

रिपोर्टर-अमित यादव

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