Jaipur: राजस्थान में आचार संहिता से तीन दिन पहले खेल, फर्म को वापस दिया नियम विरुद्ध टेंडर
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Jaipur: राजस्थान में आचार संहिता से तीन दिन पहले खेल, फर्म को वापस दिया नियम विरुद्ध टेंडर

Jaipur News: राजस्थान जलदाय विभाग में आचार संहिता से पहले और बाद में जमकर खेल चल रहा. जिस फर्म को दूदू जल जीवन मिशन अनियमितता का दोषी माना गया,उसे ही नियमों के विरुद्ध टेंडर दे दिया.

Jaipur: राजस्थान में आचार संहिता से तीन दिन पहले खेल, फर्म को वापस दिया नियम विरुद्ध टेंडर

Jaipur News: राजस्थान में ईडी की छापेमारी के बाद जल जीवन मिशन की टेंडर प्रक्रिया विवादों में है, लेकिन इसके बाद भी जलदाय विभाग चहेती फर्मो को नियम विरुद्ध फायदा पहुचाने से पीछे नहीं हट रहा है. जिस फर्म को दूदू जल जीवन मिशन अनियमितता का दोषी माना गया, उसे ही वापस अजमेर में पाइप लाइन का 25 करोड़ का नियम विरुद्ध टेंडर कर दिया गया. आखिर जलदाय विभाग में कैसे मिलीभगत का खेल चल रहा,देखिए इस रिपोर्ट में !

दूदू में दोषी, फिर भी नियम विरूद्ध टैंडर

जलदाय विभाग में आचार संहिता से पहले और बाद में जमकर खेल चल रहा. जिस फर्म को दूदू जल जीवन मिशन अनियमितता का दोषी माना गया,उसे ही नियमों के विरुद्ध टैंडर दे दिया. हैरानी की बात है कि अभियंताओं ने फर्म यादव कंस्ट्रक्शन को टेंडर दिलाने की इतनी जल्दबाजी कि आचार संहिता लगने के तीन दिन पहले वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया. टेंडर प्रक्रिया की अनुशंसा जिस अतिरिक्त मुख्य अभियंता मुकेश गोयल ने की,उनके खिलाफ पहले ही अनियमितता की जांच विभाग में चल रही है.

मूल्यांकन किए बिना कम दर पर दिया टेंडर

नियमानुसार यह टेंडर 10 से 15 फीसदी कम दर पर दिया जाना था, लेकिन यादव कंस्ट्रक्शन को 1.03 बिलो में दिला दिया. वर्तमान रेट का मूल्यांकन किए बिना ही जारी किए गए. टेंडर से एक ओर जहां सरकार का राजस्व हानि हो रहा, वहीं टेंडर प्रक्रिया में सवालों में आ गई है. इसकी शिकायत ईडी को की गई है.

ऐसे हुई अनियमितता

अजमेर में वाटर सप्लाई स्कीम के तहत सिटी डिवीजन प्रथम और सेकेंड में पानी की पाइप लाइन बिछानी थी. इस टेंडर प्रक्रिया में दो फर्म आई. लेकिन शार्ट फोल्ड दस्तावेज नहीं देने के कारण राजाराम बिश्नोई फर्म को बाहर कर दिया. इसके बाद शेष बची यादव से कंस्ट्रक्शन को 1.16 बिलो में टेंडर खोला गया. लेकिन जलदाय विभाग के वित्तीय अधिकारी ने फाइनेंशियल कमेटी को फर्म से नेगोशिएशन के लिए कहा.

वित्त अधिकारी ने  कमेटी को बताया कि इसी फर्म को 19 जुलाई 2023 को 17.21 बिलो में इसी प्रकार का कार्य आवंटित किया गया. ऐसे में कम बिलो रेट में टेंडर देना सही नहीं है.

अब फिर से यादव कंस्ट्रक्शन को फायदा देने की तैयारी

लगातार विवादों से घिरी फर्म यादव कंस्ट्रक्शन को जल जीवन मिशन मालपुरा के कार्य में भी फायदा पहुचाने की तैयारी की जा रही है.अतिरिक्त मुख्य अभियंता ने यहां भी तथ्य छुपाकर टेंडर प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए नियम विरुद्ध अनुशंषा कर दी.लेकिन चीफ इंजीनियर आरके मीणा की जांच में गलती पकड़ी गई और अतिरिक्त मुख्य अभियंता को वापस जांच के बाद अनुशंषा करने के निर्देश दिए हैं.ऐसे में सवाल यही कि कब तक जलदाय विभाग में गड़बड़ी होती रहेगी.
 

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