Rajasthan News: JJM में 50 करोड़ के घपले में 15 इंजीनियर्स कोचार्जशीट थमाई जाएगी. कार्रवाई नहीं करने पर 3 एडिशनल चीफ को नोटिस दिए गए हैं. जानिए पूरा मामला क्या है?
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Rajasthan News: जल जीवन मिशन में ठेकेदार पदमचंद और महेश मित्तल की जांच रिपोर्ट के चौंकाने वाली रिपोर्ट के सामने आने के बाद अब बचे हुए इंजीनियर्स पर भी गाज गिरेगी.जल जीवन मिशन चीफ इंजीनियर दलीप कुमार गौड़ ने तीन एडिशनल चीफ इंजीनियर्स को नोटिस थमाकर कार्रवाई के लिए आदेश दिए.7 दिन में हर हाल में तीनों इंजीनियर्स को रिपोर्ट देगी होगी.
बचे हुए इंजीनियर्स पर PHED करेगी कार्रवाई-
राजस्थान के जल जीवन मिशन में ED और CBI ने जल जीवन मिशन घोटाले के 900 करोड के घोटाले में छापेमारी की. इस छापेमारी में बहुत से इंजीनियर्स बच गए, लेकिन अब जलदाय विभाग ऐसे इंजीनियर्स पर शिकंजा कसेगा जिन्होंने पदमचंद और महेश मित्तल के साथ मिलीभगत कर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया. जल जीवन मिशन चीफ इंजीनियर दलीप कुमार गौड़ ने एडिशनल चीफ इंजीनियर जयपुर 1 हुकुमचंद वर्मा,अलवर ACE ललित करोल और जयपुर 2 चीफ इंजीनियर अमिताभ शर्मा को नोटिस देकर 7 में रिपोर्ट तलब की है.तीनों ही अफसरों की कमेटी बनाकर सरकार ने क्रास रीजन से जांच करवाई थी.अब करीब 15 इंजीनियर्स को चार्जशीट मिल सकती है.लेकिन इसमें से कई इंजीनियर्स को चार्जशीट से पहले ही प्रमोशन का तोहफा मिल गया.
ये तीन गडबडी,जिसमें इंजीनियर्स की मिलीभगत-
1.जांच रिपोर्ट के मुताबिक एएडएफ सेंशन,तकनीकी स्वीकृति,डिजाइन,निरीक्षण रिपोर्ट,गुणवत्ता परीक्षण रिपोर्ट,माप पुस्तिका समेत रिकार्ड गायब मिला.कार्यभार संभालने के बाद भी इंजीनियर्स ने रिकॉर्ड चिन्हित नहीं किया.चूक करने वाले इंजीनियर्स 16 सीसीए नियमों के तहत कार्रवाई होगी.
2.माप पुस्तिकाएं ही इंजीनियर्स के दफ्तरों से गायब है.एमबी गायब होने के बावजूद जेईएन से लेकर एक्सईएन तक किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई.हैरानी की बात ये है कि एडिशनल चीफ इंजीनियर अमिताभ शर्मा,ललित करोल और हुकुमचंद वर्मा ने कोई कार्रवाई ही नहीं की,जबकि ईडी,सीबीआई छापे मार चुकी है.
3.कई इंजीनियर्स ने मिलीभगत कर फर्जी चालान बनाकर भुगतान किया.अनियमित्तता करने वाले इंजीनियरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
पाइप कंपनियों के नाम से फर्जी बिल बनाए-
दोनों फर्मों की 10 प्रतिशत जांच में सामने 50 लाख का घपला सामने आया था.जिसमें श्री श्याम ट्यूबवेल फर्म को पाइप लाइन बिछाने बिना ही 70 से 90 प्रतिशत फर्जी भुगतान कर दिया.मंत्री के रिश्तेदार की फर्म डागर इंडस्ट्रीज,एल वैभव कास्टिंग,कृषि एग्रो के नाम पर फर्जी बिल बनाए थे.
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